आरोपी पर बिहार के गया और यूपी के बस्ती में भी मामला है दर्ज
रामगढ़: कुज्जू में पुलिस ने एटीएम मशीन से छेडछाड़ कर रुपये चुराने वाले एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पुलिस ने एक पेचकस, तीन चाभी, फर्जी नंबर लिखा पेपर, फेविकोल और एक मोबाइल बरामद किया है।
रामगढ़ पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सात अप्रैल को इंडियन ओवरसीज बैंक, मरार (शाखा), रांची रोड के मैनेजर ने कुज्जू ओपी पहुंचकर सूचना दी कि बैंक के एटीएम में दो संदिग्ध व्यक्तियों ने छेड़छाड़ की है। इस सबंध में माण्डू थाना में काण्ड संख्या – 91/2024 दिनांक-07.04.2024 धारा-467/468/471 भादवि के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक ने अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रामगढ़ के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। निर्देश के आलोक में गठित टीम के द्वारा त्वरित कारवाई करते हुए इण्डियन ओवरसीज बैंक, मरार शाखा के एटीएम के आसपास छापामारी अभियान चलाया गया।
इस दौरान एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया। युवक ने अपनी पहचान चंदन कुमार (24 वर्ष) पिता सुनिल सिंह निवासी मायापुर, थाना-फतेहपुर जिला-गया (बिहार) बताया। युवक की तलाशी लेने पर उसके पास से एटीएम खोलने में प्रयोग किया गया चाभी, पेचकस और अन्य सामान बरामद किया गया। आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
वहीं पुलिस अधिक्षक ने बताया कि अभियुक्त का आपराधिक इतिहास रहा है। उसपर फतेहपुर, जिला-गया (बिहार) थाना में कांड संख्या -185/21, दि०-07.06.2021, धारा-364A/ 365/304 भादवि और कोतवाली थाना, जिला-बस्ती (यूपी) में काड संख्या 103/23 धारा-379 भादवि सहित कांड संख्या 163/23, धारा-380/411 भादवि और 66(D) I.T Act के तहत मामला दर्ज है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी का एक सहयोगी भी है, जो फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
छापामारी टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रामगढ़ परमेश्वर प्रसाद, मांडू थाना प्रभारी रंजीत यादव, कुज्जू ओपी प्रभारी दिगंबर पांडेय, पुअनि साबिर हुसैन, सअनि विरेंद्र कुजूर सदलबल शामिल रहे।
ऐसे झांसा देकर एटीएम से निकाल लेते थे रूपये
बताया जाता है कि अभियुक्त चाभी और पेचकस के जरिये एटीएम में तकनीकी गड़बड़ी करता था और अपने सहयोगी का फर्जी नंबर कस्टमर केयर के रूप में लिखकर एटीएम रूम में चिपका देता था। लोग जब पैसा निकालने के लिए एटीएम कार्ड मशीन में डालते तो कार्ड फंस जाता था। अन्य उपभोक्ता की तरह पास में खड़ा अभियुक्त लोगों को कथित कस्टम केयर के नंबर पर कॉल करने को कहता था। लोग कॉल कर शिकायत करते तब आरोपी का सहयोगी ही कस्टम केयर प्रतिनिधि बनकर पहुंचता और समस्या का समाधान करने की बात कहते हुए किसी तरह कार्ड का पिन जान लेता था। साथ ही कार्ड नहीं निकल पाने का बहाना कर बैंक की शाखा में शिकायत करने को कहता था। फिर एटीएम पिन का उपयोग कर अकाउंट से पैसे उड़ा लेते थे।