रांची: ओरमांझी प्रखंड अंतर्गत बरतुआ गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को जसपुरिया स्थल पर सखुआ का पौधा लगाया। मौके पर ग्राम प्रधान शंकर करमाली ने कहा कि ऐसे स्थान गांव के साथ झारखंड के धरोहर है। जिसकी रक्षा करना हम सभी ग्रामीणों का दायित्व है। उक्त स्थल पर कुछ दिनों पहले एक बड़ा पेड़ था जो गिर गया था। पेड़ की कुछ हिस्सा अभी मौजूद हैं। जिसमें जसपुरीया देवता की पूजा की जाती है। पास में खाली जगह पर सखुआ का पौधा लगाया गया है।
वहीं जयडीहा पंचायत के पुर्व उप मुखिया नवीन मुंडा ने कहा कि बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने तथा घटती हुई वर्षा ऋतु की समयावधि को बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण रामबाण उपाय है। वृक्षारोपण के जरिए अनावृष्टि (सूखा) और जरूरत से कम वर्षा जैसी समस्याओं से निबटा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में शहरी करण, औधोगीकरण के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है जिसकी वजह हमारे पर्यावरण का प्राकृतिक संतुलन दिन ब दिन बिगड़ता जा रहा है। वृक्षों के उन्मूलन अकाल, मृदा अपरदन, ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस इफेक्ट जैसी गंभीर पर्यावरणीय समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
मौके पर मुख्य रूप से ग्राम प्रधान शंकर करमाली, गांव के पुजारी जीतू पाहन, राजकुमार पाहन, नितिश कुमार मुंडा, चंद्रशेखर चौधरी, जयडीहा पंचायत के पुर्व उप मुखिया नवीन मुंडा, गोविन्द बेदिया, विनोद महतो, खिलेशर महतो, रमेश कुमार महतो सहित कई लोग मौजूद थे।

