12 सूत्री मांगों को लेकर सीसीएल प्रबंधन का जताया विरोध
भुरकुंडा पीओ ने कहा- सीसीएल के क्वार्टरों में पानी-बिजली की सुविधा सिर्फ कर्मियों के लिए, सीसीएल जब एक्शन लेगी क्वार्टरों में अवैध रूप से रहनेवाले और सीसीएल की जमीन पर अतिक्रमण कर रहनेवालों को हर हाल में हटना होगा। |
रामगढ़: विस्थापित प्रभावित संघर्ष समिति भुरकुंडा कोलियरी ने बुधवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सीसीएल की बलकुदरा खुली खदान का ट्रांसपोर्टिंग ठप करा दिया। 12 सूत्री मांग को लेकर समिति ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। आंदोलन के तहत कोयला और ओबी की ढुलाई प्रभावित रही और ट्रांसपोर्टिंग में लगे वाहन जहां-तहां खड़े रहे।
इस दौरान समिति ने बलकुदरा खुली खदान पर आम सभा भी की। जिसकी अध्यक्षता कुरसे पंचायत के पूर्व मुखिया रामदास बेदिया और संचालन अनिल सोनी ने किया। सभा को संबोधित करते हुए रामदास बेदिया ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन को बीते फरवरी माह में 12 सूत्री मांग सौंपा गया था। जिसपर प्रबंधन ने पहल करने की बात कही थी। कई माह बीतने के बावजूद एक भी मांग पर पहल नहीं की गई है। कहा कि सीसीएल के संसाधनों और सुविधाओं का अवैध रूप से दूसरे लोग उपयोग कर रहे हैं, जबकि राजस्व गांव के ग्रामीणों को प्रबंधन हमेशा से छलती आ रही है। खदान में ब्लास्टिंग से ग्रामीणों के घरों में दरारें पड़ गई है। बेरोजगार ग्रामीणों की रोजी-रोटी के लिए ठोस पहल नहीं की जा रही है। सीएसआर से गांव में विकास का कोई काम नहीं किया जा रहा है।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन लोकल सेल जल्द खोले, हैवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाए, प्रदूषण पर रोक लगाए, आउटसोर्सिंग कंपनी में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार सुनिश्चित करे। कहा गया कि प्रबंधन समिति द्वारा दिए गए सभी 12 सूत्री मांगों पर ठोस निर्णय ले, अन्यथा ग्रामीण चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जवाबदेही प्रबंधन की होगी। खबर लिखे जाने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहा।
भुरकुंडा परियोजना पदाधिकारी ने समिति के लोगों से की बातचीत
बलकुदरा खदान में ट्रांसपोर्टिंग ठप्प कराए जाने की सूचना पर भुरकुंडा परियोजना पदाधिकारी मनोज कुमार पाठक खदान पर पहुंचे। जहां उन्होंने समिति की मांगों को सुना और बातचीत कर मामले का हल निकालने की बात कही। ग्रामीणों की मांगों पर उन्होंने कहा कि लोकलसेल का डियो 28 जून को समाप्त होनेवाला है। प्रबंधन अपनी ओर से लोकल सेल के लिए सारी व्यवस्था कर चुकी है। अब विभिन्न समितियां आपसी समन्वय बना सकें तो सेल चालू किया जा सकेगा। वहीं ग्रामीणों के पानी-बिजली की मांग पर उन्होंने कहा कि सीसीएल अपने क्वार्टरों में सिर्फ अपने कर्मियों के लिए बिजली-पानी की सुविधा देती। क्वार्टरों में अवैध रूप से रह रहे गैर-सीसीएल कर्मियों और सीसीएल की जमीन पर अतिक्रमण कर मकान-दुकान बनाकर अवैध रूप से रहे लोगों को आज नहीं तो कल हटना ही होगा। यह स्थाई व्यवस्था नहीं है। जब सीसीएल को एक्शन लेगी तो हर हाल में ऐसे अवैध कब्जाधारियों को हर हाल हटना होगा।
आंदोलन में ये रहे शामिल
ट्रांसपोर्टिंग ठप्प करानेवालों में मनोज मांझी, गणेश बेदिया, इंद्र देव मुंडा, अनिल सोनी, संजय यादव , महादेव मांझी, दश राम हेंब्रम सुरेन्द्र तुरी, अरुण बेदिया, शामू बेदिया, महिलाल बेदिया, सतीश सिंह, शामु बेदिया, शतीश सिंह शशि तुरी,रघुनाथ सिंह, विसकांत टुडू, गीता मांझी अनीता सोरेन, सीमा देवी, पार्वती देवी, सुकून देवी, संगीता देवी, सिजुआ देवी सुशीला देवी, किशनू देवी साहित सैकडो की संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे।