सीसीएल की दोहरी नीति अब नहीं चलने देंगे विस्थापित : गिरधारी
रामगढ़: विस्थापित प्रभावित संघर्ष समिति ने अपनी 12 सूत्री मांगों पर सीसीएल के भुरकुंडा परियोजना कार्यालय में प्रबंधन के अधिकारियों के साथ वार्ता की। इसके साथ ही समिति ने 15 दिनों के अंदर भुरकुंडा लोकल सेल खोलने और भुरकुंडा में जमीन कर कब्जा और अवैध निर्माण पर अविलंब रोक लगाने की मांग की। वहीं हुरूमगढ़ा में खेतों में सीसीएल के क्वार्टरों और बाजार की गंदगी बहाए जाने पर रोष प्रकट किया।
बैठक के दौरान विस्थापित नेता गिरधारी गोप ने कहा कि भुरकुंडा में सीसीएल माल महाराज का और मिर्जा खेले होली की कहावत को चरीतार्थ कर रही है। सीसीएल प्रबंधन परोक्ष रूप से वैसे लोगों को शह देती आ रही है। जिनका यहां कोई भी अधिकार नहीं बनता है। यहां सीसीएल क्वार्टरों में अवैध रूप से कब्जा कर और भुरकुंडा की जमीन पर अवैध निर्माण कर कई लोग बिजली पानी सहित अन्य सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं। जबकि जिन ग्रामीणों की जमीन सीसीएल अधिग्रहण कर बैठी उन्हें कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। कहा कि विस्थापित-प्रभावित ग्रामीण सीसीएल की यह दोहरी नीति अब और नहीं चलने देंगे।
बैठक में प्रबंधन की ओर से कहा गया कि 12 सूत्री मांगों में से जो भी भुरकुंडा कोलियरी प्रबंधन के अधिकार क्षेत्र में है, उसपर प्रबंधन अवश्य पहल करेगी और अन्य मांगों को क्षेत्रीय स्तर पर भेजकर पहल कराई जाएगी।
वहीं प्रबंधन के आश्वासन पर समिति ने 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इन मांगों पर दोबारा वार्ता नहीं की जाएगी। अब यदि सभी मांगों पर पहल नहीं की जाती है तो विस्थापित प्रभावित बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी।
वार्ता में सीसीएल प्रबंधन की ओर से पीओ मनोज कुमार, बलकुदरा प्रबंधक अविनाश चंद्रा, कार्मिक प्रबंधक देवेंद्र भंडारी, सीलिंग क्लर्क जितेंद्र तिवारी सहित समिति के गिरधारी गोप, रामदास बेदिया, जयदेव सिंह,गणेश बेदिया, प्रेम साहु,संजय यादव बबन पांडे, पंकज सिंह, टिंकू प्रजापति सहित अन्य शामिल रहे।