बड़कागांव: विस्थापित समिति उरीमारी की बैठक उरीमारी स्थित विस्थापित कार्यालय में शनिवार को हुई। जिसकी अध्यक्षता सुखू मांझी एवं संचालन कार्तिक मांझी ने किया। बैठक में उरीमारी बस्ती मांझी हड़ाम जीतराम मांझी के अकास्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की गई।
बैठक के दौरान आगामी 11 फरवरी को भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी तिलका मांझी की जयंती मनाने को लेकर विचार विमर्श किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से इस वर्ष सादगी पूर्ण ढंग से भारत के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी तिलका मांझी की जयंती मनाने का निर्णय लिया गया। मौके पर विस्थापित नेता दसई मांझी ने कहा कि उरीमारी मांझी हड़ाम स्व. जीतराम मांझी मिलनसार एवं मृदभाषी व्यक्ति के धनी थे तथा लंबे समय तक मांझी हड़ाम रहकर गांव का नेतृत्व किया। उनकी अकास्मिक मृत्यु होने से समिति में शोक की लहर है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से इस वर्ष बाबा तिलका मांझी की जयंती सादगी पूर्वक मनाई जाएगी।
मौके पर मुख्य रूप से दसई मांझी, दिनेश करमाली, कार्तिक मांझी, सुखू मांझी, रैना मांझी, सुरेश मुर्मू, संतोष प्रजापति, कृष्णा सोरेन, तालो हांसदा, शिकारी टुडू, मनोज सिंह, भादो करमाली, सत्यनारायण बेदिया, रामलाल बेदिया, सुरेंद्र करमाली, सुरेश प्रजापति, धनलाल बेदिया, भन्दू बेदिया, लालजी पावरिया, मुकद्दर सोरेन, जलेश करमाली, होरिल प्रजापति, पूरन टुडू, दीपक मरांडी, देवा उरांव सहित कई लोग मौजूद थे।