उरीमारी (हजारीबाग): डीएवी उरीमारी में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस रविवार को मनाया गया। कार्यक्रम की शुभारंभ प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय ने फलदार वृक्ष एवं नीम का पौधा लगाकर किया। इसके बाद वरिष्ठ शिक्षक डी के मंडल सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं विद्यालय में उपस्थित बच्चों ने एक-एक पौधे लगाए। मौके पर विद्यालय के प्राचार्य उत्तम कुमार रॉय ने प्रकृति के संरक्षण हेतु शपथ दिलायी।
मौके पर प्राचार्य उत्तम कुमार राॅय ने कहा कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि पृथ्वी हमारे लिए कितनी अनमोल है, इसे संरक्षित करने के लिए हमें क्या-क्या कदम उठाने चाहिए। यह दिन लोगों को प्रकृति के महत्व एवं इसके सामने आने वाले खतरों के बारे में जानने का खास अवसर प्रदान करता है। यह दिन लोगों को प्रकृति संरक्षण के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। प्रकृति का संरक्षण करना आने वाली पीढियां के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने का सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने कहा कि भारत में प्रकृति संरक्षण का इतिहास काफी पुराना है। प्राचीन काल से ही मानव सभ्यताएं प्रकृति के साथ एक गहरा संबंध रखती आई है। कई संस्कृतियों में प्रकृति को देवी देवताओं के रूप में पूजा जाता है और इसका संरक्षण करना एक धार्मिक कर्तव्य माना जाता है।
मौके पर मुख्य रूप से शिक्षक डी.के. मंडल, एस.के. पाण्डेय, एच.एच. पाढ़ी, बी. प्रुस्टी, एस. के. तिवारी, एन. के. वत्स, एल.बी. यादव, वसीम रजा, पुष्पांजलि प्रधान, मंजू सिन्हा, रश्मि तिवारी, बबीता कुमारी के अलावा छात्र छात्राओं में रिया कुमारी, समृद्धि, मान्य श्री, कोमल, स्नेहा, कुमकुम, सैफी, तान्या, सिया, करण, अमन, गौरव, निलय, सोहेल सहित कई मौजूद थे।