बिहार का तीव्र विकास केंद्र सरकार की प्राथमिकता : प्रधानमंत्री
गया (बिहार): भारत को जब भी दुश्मनों से चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, बिहार ढाल बनकर खड़ा रहा है। गया जी की धरती आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत प्राचीन और अत्यंत समृद्ध है। इसलिए यहां के लोग भी चाहते हैं कि इसे गया नहीं बल्कि गया जी कहा जाए। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार दौरे के क्रम में गया में कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां लगभग 12000 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, नित्यानंद राय, राम नाथ ठाकुर, डॉ. राज भूषण चौधरी, सतीश चंद्र दुबे सहित कई गणमान्य मौजूद थे।
अवसर पर प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर 8.15 किलोमीटर औंटा- सिमरिया पुल परियोजना का उद्घाटन किया। जिसमें गंगा नदी पर मोकामा से बेगुसराय को सीधे तौर पर जोड़नेवाला 1.86 किलोमीटर लंबा पुल भी शामिल हैं। यह पुराने और जर्जर हो चलें राजेंद्र पुल के सामानांतर बनाया गया है। नया पुल से आवागमन सुगम होगा और बड़े और व्यवसायिक वाहनों की लगभग 100 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
वहीं प्रधानमंत्री ने लगभग 1900 करोड़ की लागत से बख्तियारपुर -मोकामा फोरलेन सड़क परियोजना और मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। इसके अलावे उन्होंने कई अन्य परियोजनाओं जैसे जलापूर्ति परियोजना, सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सिवरेज नेटवर्क सिस्टम का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम ने यहां दिल्ली-गया के बीच अमृत भारत ट्रेन और वैशाली-कोडरमा के लिए बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। वहीं कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 12000 और शहरी के तहत 4260 लाभुकों को आवास में गृहप्रवेश कराया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गया जी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत अत्यंत प्राचीन और समृद्ध है। इसलिए इसे गया नहीं बल्कि गया जी कहा जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार बिहार के तेजी से विकास के प्रयासरत हैं। बिहार का चहुंमुखी विकास केंद्र सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में है। यहां के सभी गरीबों को जबतक पक्का मकान नहीं मिल जाता तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दल बिहार के लोगों को मात्र वोट बैंक समझते हैं। उन्हें यहां के लोगों के दुःख और मान-सम्मान की चिंता नहीं है। विपक्षी दलों के लिए जनता का पैसा सिर्फ अपनी तिजोरियां भरने का जरिया है। उनके भ्रष्टाचार से बिहार का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में विपक्षी दल किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये लोग घुसपैठियों तक का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को भारतीय नागरिकों का अधिकार नहीं छीनने देंगे। हर घुसपैठिए को निकाला जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाएं पूरी करने के लिए केंद्र सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है। विकास की गति बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।