गुमला: उपायुक्त गुमला कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर पीरामल फाउंडेशन की एडीसी टीम के द्वारा डुमरी प्रखंंड में स्वास्थ्य के अलग-अलग थीम पर सीएचओ, एएनएम, सहिया आंगनबाड़ी सेविका का उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी एकता वर्मा ने किया।
मौके पर प्रशिक्षक प्रमोद जायसवाल ने बताया कि हमारे समाज में 6 माह तक केवल स्तनपान और 6 महीने पूरे होने पर शिशु को ऊपरी आहार देने से जुड़े कई गलत व्यवहार हैं। इन व्यवहारों के कारण ज़्यादातर माताएं शिशुओं को 6 माह तक अनिवार्य रूप से स्तनपान नहीं करती हैं। वहीं कुछ माताएं 6 माह पूरे होने पर स्तनपान के साथ विभिन्न प्रकार के ऊपरी आहार की शुरुआत नहीं करती हैं। हमें इन परिवारों को जागरूक करना होगा कि ऐसा ना करने से बच्चें कमजोर व कुपोषित हो सकते हैं।
उन्हें इन दोनों विषयों से जुड़ी जरूरी जानकारी देनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे क्षेत्र का हर बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ और सुपोषित हो। पीरामल फाउंडेशन की गांधी फेलो सुपर्णा मोदक ने रीड अलंग एप्लीकेशन के संबंध में जानकारी दी। कुमारी शिवानी ने बताया कि स्तनपान से संबंधित किसी भी भ्रांति में ना पड़े। किसी भी तरह की समस्या होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से बात करें।
वहीं पीरामल फाउंडेशन एडीसी टीम के प्रोग्राम मैनेजर मोहसिन हाशमी ने बताया कि प्रखंड के सभी सीएचओ, एएनएम, सहिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का क्षमता वर्धन कर उनके द्वारा समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से अगले एक वर्ष तक हर महीने स्वास्थ्य के अलग-अलग विषय पर कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जाता रहेगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीटीटी शांता टोप्पो, सीएचओ रंजीता लकड़ा, नीतू कुमारी, रोशमेरी वारा, बीपीएम राजेश केरकेट्टा सहित 130 फ्रंटलाइन वर्करों ने भाग लिया।
