बड़कागांव: प्रखंड अंतर्गत गोंदलपुरा तालाब के समीप चल रहे सतत धरना स्थल पर धरती आबा बिरसा मुंडा की 148वीं जयंती बुधवार को मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व पंचायत समिति सदस्य देवनाथ महतो एवं संचालन कृष्ण राणा ने किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अधिवक्ता अनिरूद्ध कुमार, विशिष्ट अतिथि डाडीकला पंचायत के मुखिया इलयास अंसारी, गोंदलपुरा पंचायत के पूर्व मुखिया श्रीकांत निराला, नागरिक अधिकार मंच के संयोजक लखेन्द्र ठाकुर उपस्थित थे।
सर्वप्रथम भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
मौके पर वक्ताओं ने कहा कि भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया। काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को सांसत में डाल दिया।
मौके पर मुख्य रूप से इंद्रदेव राम, राम दुलार कुमार साव, कर्णपुरा बचाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष विकास कुमार, पूर्व मुखिया दीपक दास, प्रो. सुरेश महतो, गोंदलपुरा पंचायत की मुखिया वासुदेव यादव, किशोर राणा, शंकर भुईयां, रमेश तुरी, गालो गोप, राजेश करमाली, अरुण कुमार, जगदेव गंझू, कैला करमाली, जागेश्वर महतो, कीर्तन कुमार, अर्जुन राणा, रूगिया देवी, रूकमणि देवी, प्रतिमा देवी, चंचला देवी, मोहनी देवी, कांति देवी, वीणा देवी, तेतरी देवी, देवंती देवी, सोहबतिया देवी, मुटर राणा, विजय भुईयां, विकास गंझू, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष राजेश यादव, सचिव फलेन्द्र गंझू, तालेश्वर महतो, सुनीता देवी सहित कई लोग मौजूद थे।
बताते चले कि गोंदलपुरा तालाब के समीप गोंदलपुरा, गाली, बलोदर और हाहे के ग्रामीण अडानी, एनटीपीसी और जेएसडब्ल्यू के खिलाफ जल, जंगल, जमीन बचाने के लिए लगातार 218 दिनों से सतत धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिस प्रकार देश बचाने के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी जान गंवाई है। इस प्रकार हम सभी ग्रामीण कंपनियों से अपनी उपजाऊ जमीन, जल और जंगल बचाने के लिए कटिबद्ध है।