बड़कागांव: संथाल समाज दिशोम मांझी परगना प्रखंड समिति के निर्देशानुसार जोजो टोला में शुक्रवार को बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता रैना मांझी एवं संचालन बेनीलाल मांझी ने किया। बैठक में सर्वसम्मति से संंथाल समाज दिशोम मांझी परगना जोजो टोला समिति का पुर्नगठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से सुकर मांझी को मांझी हड़ाम, भिखु को पराणिक, दिनेश टुडू को नायके, महेश मांझी को कुडम नायके, अघनू मांझी को जोगवा एवं बेनीलाल मांझी, भरत मांझी, संजय टुडू, दासो मुर्मू, पप्पु लाल मांझी, कुमारी हंसदा, क्रांति सोरेन, अनिता हंसदा, सुकरू देवी, फुलमती देवी का चयन किया गया।
वहीं बैठक में छठी, छेका, शादी विवाह एवं मरनी के पश्चात कपड़ा देने पर प्रतिबंध लगायी गई। उसके बदले सहयोग राशि देने पर जोर दिया गया। गांव हित में कार्य करने को लेकर समिति में प्रतिमाह 20 रूपए जमा करने पर बल दिया गया।
मौके पर रैना मांझी ने कहा कि हमारे समाज में आज की उच्च शिक्षा की जरूरत है, जिसमें समाज का उत्थान और विकास का प्रगति हो सके। जिला कल्याण विभाग से मांझी स्थल, मांझी हाऊस निर्माण, सरना स्थल की चाहरदीवारी करने को लेकर प्रक्रिया समाज द्वारा कार्य कराया जा रहा है। जिसमें जोजो टोला को भी जोड़ा गया है। उन्होंने संथाल समुदाय के शादी विवाह को एक जैसा करने पर जोर दिया। वहीं राजेन्द्र सोरेन ने कहा कि समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है, अपने हक अधिकार लेने के लिए हमें आगे आने की जरूरत है।
बैठक में सन्नी सोरेन ने कहा कि संंथाल समाज की न्याय व्यवस्था ग्राम सभा, अतु बैसी के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका प्रमुख मांझी ग्राम प्रधान होता है, इसका मुख्य कर्तव्य जन्म, मृत्यु एवं विवाह संबंधी रूढ़ियों रीति रिवाज का अनुपालन कराना, वार्षिक त्यौहारों का आयोजन करना शामिल है।
संथाल समाज के ये लोग रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य रूप से सन्नी सोरेन सुकर मांझी, रैना मांझी, बेनीलाल सोरेन, राजेन्द्र सोरेन, भारत मांझी, सुरेश मुर्मू, पप्पु लाल मांझी, संजय टुडू, बाबुराम मांझी, प्रकाश टुडू, मुनिष मरांडी, धानो मरांडी, मनोज टुडू, विकास टुडू, चारो मांझी, सानो मरांडी, संतोष टुडू, सुभाष टुडू, महेश मांझी, भुटका मांझी, मिथुन टुडू, दासो मुर्मू, जेठू मांझी, रामजीत टुडू, सुलेन्द्र टुडू, कृष्णा टुडू, जुगनू मांझी, रमेश मांझी, सोनमती देवी, मीना कुमारी, अनिता हंसदा, सुकरू देवी, कपरा देवी, लाल मुनी देवी, मंझली देवी, सोहन देवी, सुशीला कुमारी, चमेली देवी, तलमी देवी, शांति देवी, बुधनी देवी, सरिता बेसरा, रूपु देवी, रूपुमुनी देवी, सोनमती देवी, दुर्गा मुर्मू, पुनम देवी, शांति देवी, सुरजीत देवी सहित कई लोग मौजूद थे।