श्री राम-जानकी मंदिर में अखंड कीर्तन का आयोजन, उमड़ी भीड़
रामगढ़: कहीं बांसुरी की बजती मधुर धुन तो कहीं हरि कीर्तन की गूंजती ध्वनि…कहीं ग्राहकों को रिझाते दुकानदार, तो कहीं धमाचौकड़ी करते बच्चे…यह नज़ारा रविवार को सौंदा स्थित राम-जानकी मंदिर परिसर में देखने को मिला। यहां दामोदर और नलकारी नदी के संगम स्थल दोमुहान पर रविवार को प्रसिद्ध मकर संक्रांति के भव्य मेले का आयोजन हुआ। जहां हजारों की संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे।
अवसर पर राम-जानकी मंदिर और शीतला माता मंदिर में बड़ी संख्या श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा-अर्चना किया। वहीं मंदिर के प्रांगण में कीर्तन मंडली द्वारा 24 घंटे का अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय लोग सम्मिलित रहे। इस दौरान कीर्तन की ध्वनि से मंदिर परिसर गूंजायमान रहा।
वहीं मेले में खेल-खिलौने, श्रृंगार, निशानेबाजी, सजावटी सामान से लेकर पालतू पशु-पक्षियों की कई दुकानें सजी रही। वहीं चाय-नाश्ते और मिठाईयों की दुकानों पर भी ग्राहकों की काफी भीड़ रही। मेले में बांसुरी, गुब्बारे सहित हस्तनिर्मित खिलौने बेचते फेरीवाले भी घूमते दिखे। मेले को लेकर बच्चों में खासा उत्साह रहा। दामोदर और नलकारी नदी के संगम स्थल पर भी बड़ी संख्या लोग मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन कर आनंदित हुए। क्षेत्र के आसपास सहित सुदूरवर्ती क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में लोग मेले का आनंद लेने पहुंचे।
बताते चले कि दामोदर नदी और नलकारी नदी के संगम स्थल के निकट राम-जानकी मंदिर परिसर में लगभग पांच दशकों से मंकर संक्रांति पर मेले का आयोजन किया जाता है। बताया जाता है कि पहले मेला और भी भव्य होता था। यहां कई बार कुश्ती के दंगल भी हुए हैं। जिसमें देश के कई हिस्सों से पहलवान भाग लेते थे। मेला देखने दूर-दराज से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे।



