राज्य के कई विश्वविद्यालयों में लंबे समय से कुलपति नहीं: याज्ञवल्क्य शुक्ल

रांची: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा राजभवन के समक्ष राज्य में व्याप्त शैक्षणिक कुव्यवस्था के विरुद्ध सोमवार को एक दिवसीय छात्र हुंकार धरना का आयोजन किया गया। धरना में 24 जिला से प्रदेश भर से हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए। 

छात्र हुंकार धरना को संबोधित करते अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री  याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि आज का आंदोलन छात्रों के रोजगार के लिए है, उनके बेहतर भविष्य के लिए है, ताकि आने वाली पीढ़ी हमसे यह सवाल ना करें कि जब झारखण्ड में लूट मची थी, तो हम कहां थे।कहा कि लगभग एक वर्ष से झारखंड के 5 विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति नहीं है, साथ ही विश्वविद्यालय के अधिकांश प्रशासनिक पद रिक्त है, इसके साथ ही राज्य के अधिकांश महाविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारियों  की कमी और प्रयोगशाला, पुस्तकालय, पेयजल, शौचालय जैसे बुनियादी सुविधाओं से भी जूझ रहे हैं।

कहा कि अभाविप लगातार विश्वविद्यालय स्तर पर पिछले एक वर्ष से कुलपति नियुक्ति, परिसर में व्याप्त नकारात्मक शैक्षणिक माहौल वौर विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचों को ठीक करने हेतु छात्र लगातार सड़को पर संघर्षरत रहा है। कहा कि 5 वर्षों से (2019 के बाद) झारखंड के किसी भी विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराया जा सका है। विश्वविद्यालय में निर्वाचित छात्र प्रतिनिधि नहीं होने के कारण छात्रों ने छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण के लिए भी कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। झारखण्ड सरकार ने वादे तो बहुत किए थे लेकिन वादे को पूरा करने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करनें का काम किया है। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार कर छात्रों का भविष्य अधर में लटकाने का भी प्रयास पूरे धड़ल्ले से इस झारखंड में किया जा रहा है।

कहा कि पूरे झारखंड प्रदेश में शिक्षण व्यवस्था बदहाली की कगार पर है,  कुलपतियों की नियुक्ति का विज्ञापन निकलने के बाद भी 9 महीने से अभी तक कुलपतियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय हाशिए पर चला गया है। साथ ही कुलपतियों की नियुक्तियां की विज्ञापन को निरस्त करना विश्वविद्यालय व छात्रों का सर्वांगीण विकास न होने में बड़ा रुकावट बनता जा रहा है। वहीं 2007 के बाद किसी भी प्रकार की स्थाई नियुक्ति प्राध्यापकों की नहीं हुई है।  रांची विश्वविद्यालय में 1032 पोस्ट अध्यापकों की स्वीकृत की हुई है, अभी तक 686 पोस्ट रिक्त पड़ी हुई है।

धरना में क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य रोमा तिर्की, जनजातिया कार्य प्रमुख प्रमोद रावत कार्यकारिणी सदस्य रमेश उरांव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विशाल सिंह,प्रदेश संगठन मंत्री राजीव रंजन, राष्ट्रीय प्रादेशिक विवि कार्य सह प्रमुख विनीत पांडे, दुर्गेश यादव,सह मंत्री शुभम राय,गौतम महतो, डब्लू भगत, नवलेश सिंह, रितेश यादव,विवेक पाठक, शिवेंद्र सौरभ, सौरव विद्यानंद, निवास मंडल, अभिनव जीत, किरण ऋतुराज, अमन, सिद्धांत, शारदा, संजना, साक्षी, कार्तिक गुप्ता, प्रणव गुप्ता, आनंद सहित कई छात्र-छात्राएं एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।

 

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