गिरिडीह: वनवासी विकास आश्रम बगोदर गिरिडीह के द्वारा तथा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के सहयोग से बगोदर प्रखंड अंतर्गत बगोदर बस स्टैंड, औरा बाजार, बालक, अटका बाजार सहित अन्य स्थानों पर बाल विवाह मुक्त भारत को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया।
अवसर पर जागरूकता रथ के माध्यम से नुक्कड़ नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं जनसभा का आयोजन किया गया। नुक्कड़ नाटक से स्थानीय लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणाम और सजा के प्रावधान की जानकारी दी गई।
इस दौरान बनवासी विकास आश्रम के वरिष्ठ कार्यकर्ता महेंद्र तिवारी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे भारत में बाल विवाह के मामले में झारखंड देश में तीसरे एवं गिरिडीह राज्य में चौथे स्थान पर है। जो बहुत ही चिंताजनक है। वहीं भागीरथी देवी ने कहा कि लड़कियां शरीर से बड़ी दिखने लगती है तो अभिभावकों को लगता है कि बच्ची शादी करने लायक हो गई है। लेकिन लड़की को 18 साल एवं लड़के को 21 साल के बाद ही शादी करना है। उन्होंने बाल विवाह को मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में बढ़ोतरी का कारण बताया।
अभियान में रवि कुमार, राजकुमार दास, बाबूलाल दास, भागीरथी देवी, यशोदा देवी, ओमप्रकाश महतो, उत्तम कुमार तिवारी ने सराहनीय योगदान दिया।