पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ रामगढ़ में आयोजित विराट हिंदू सम्मेलन में हुए शामिल
रामगढ़: 72 वर्ष तक सनातन संस्कृति के साथ खिलवाड़ होता रहा। वोट के लालच में नेता चुप रहते हैं। अब भी सच बोल नहीं पाते। राष्ट्र और सनातन संस्कृति से विश्वासघात करनेवाले लोगों के झूठ की दुकानें बंद होनी चाहिए। अपने बीच में से दलालों को मत चुनिए, बहादुरों को चुनिए। भले ही एक दिन के लिए क्यों न चुनना पड़े। यह बातें प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने शनिवार को रामगढ़ में कही।
शनिवार को श्रीराम सेना रामगढ़ के तत्वावधान में विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन राधा गोविंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रांगण में किया गया। जिसकी अध्यक्षता श्रीराम सेना रामगढ़ अध्यक्ष विशाल जायसवाल और संचालन प्रोफेसर संजय सिंह ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रवादी वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ और कवि अमित शर्मा शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे पर पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का भव्य स्वागत किया गया। भारत माता की तस्वीर पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि गिरीडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल, मांडू विधायक जय प्रकाश भाई पटेल और पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय मौजूद रहे। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ सहित अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र और तुलसी का पौधा देकर किया गया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कवि अमित शर्मा ने कहा किया सनातनी युवा अब जाग रहा है। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटते ही कहा जा रहा है कि देश में असहिष्णुता का माहौल है। 14 बार सोमनाथ का मंदिर तोड़ा गया, भारत को कई बार बांटा गया फिर हमने कुछ नहीं कहा। सबकुछ सहते रहने के बाद भी हमें भाईचारे का पाठ पढ़ाया जाता है तो सनातनियों से बड़ा सहिष्णु और दुनिया में कौन है। 95 करोड़ सनातनी चाहते तो 95 मिनट में श्री राम मंदिर लेते। लेकिन हमने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार किया। आज हम सनातनियों को असहिष्णु कहा जा रहा है।
अपने संबोधन में पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सत्ता के लिए अगर स्कूल की किसी किताब में कोई बात गलत पढ़ा दी गई है, चाहे किसी मजबूरी में पढ़ाई गई है तो करोड़ों लोगों को सच बोलने और तथ्यों पर बात रखने से किसी ने नहीं रोका है।
कहा कि मई 2014 से दिसंबर 2021 के बाद से 277 सनातनियों की मॉबलिंचिंग में सनातनी हिंदूओं की हत्या की गई। लेकिन हिंदुओं के ठेकेदारों के मुंह बंद है। इसी राज्य में रूपेश पांडेय की हत्या हुई, अंकिता की हत्या हुई। कुछ लोग कह रहे हैं सीबीआई जांच हो रही है। सीबीआई जांच तो बिहार में ललित नारायण की भी आजतक चल रही है। कायर और कमजोर समाज बहाने करता है, बहादुर और मजबूत समाज 24 घंटे में फैसला चाहता है। कहा कि हिंदू समाज भावनाओं में बह जाता है। जहां हां कहना होता है वहां ना कहता है और जहां ना कहना होता है वहां हां कह जाता है। राष्ट्र और सनातन हित की बात भारत माता का जयकारा लगाता है और घर जाते ही सबकुछ भूल जाता है।
कहा कि 70 साल से हमें झूठ चटाया जा रहा है कि 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। इसका कहीं कोई जिक्र नहीं है। कोई डॉक्यूमेंट प्रूफ नहीं। सच्चाई जानने की चाह रखते हों तो 1946 में की चार घटनाओं की जानकारी रखें।उन्होंने कहा कि मुझे कहते हैं कि मैं भावनाएं भड़काता हूं, अगर राष्ट्र भड़काने से राष्ट्र बचता है तो मैं यह काम रोज करूंगा।
कार्यक्रम में प्रवीण मेहता, रोशनलाल चौधरी, तिवारी महतो, तिलकराज मंगलम, विमल बुधिया, राजू चतुर्वेदी, नंदू गुप्ता, छोटन सिंह, किर्ती गौरव, राजेश ठाकुर, राहुल शर्मा, चंद्रशेखर चौधरी, , विजय साहू, तिवारी महतो, गोपाल प्रकाश, सचिन वर्मा, अभिषेक रवानी, बंटु जायसवाल, रंजन गुप्ता, सोनू गुप्ता, ब्रजेश पाठक, पंकज दांगी, आनंद सिंह, अवधेश शर्मा, अंकित अग्रवाल, सुमित कुमार सहित कई शामिल रहे।