Chandrayaan 3 : भारत ने रच दिया इतिहास, चंद्रमा पर उतरा लैंडर ‘विक्रम’

ये क्षण नये भारत के शंखनाद का है : प्रधानमंत्री

• चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक पहुंचनेवाला पहला देश बना भारत

•  देश में जश्न का माहौल, कहीं फूटे पटाखे, कहीं बांटी गई मिठाई

Chandrayan 3 : आज भारत का परचम दुनिया में लहरा रहा है।  मिशन मून अभियान पर निकले भारत के चंद्रयान 3 का लैंडर ‘विक्रम’ चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड कर गया है। इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। इस ऐतिहासिक पल के नायक इसरो के वैज्ञानिक और उनकी टीम रही।

चंद्रयान 3 के लैडर के सफलतापूर्वक लैंड करने के बाद से देश में जश्न का माहौल है। लोग कहीं पटाखे फोड़कर तो कहीं मिठाई बांटकर इस ऐतिहासिक सफलता की खुशी मना रहे हैं। सोशल साईट्स भी चंद्रयान 3 की सफलता और भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि पर लोगों की बधाई और शुभकामनाओं से पट गया है।

वहीं इससे पूर्व लैंडिंग के अंतिम क्षणों में देश और दुनिया की निगाहें भारत के इस ऐतिहासिक मिशन पर टिकीं रही। लैंडर के सॉफ्ट लैंडिंग के साथ इसरो सेंटर तालियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से टीम से जुड़े।

इस ऐतिहासिक सफलता पर प्रधानमंत्री ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि – ” मेरे प्यारे परिवारजनों! हमलोग आज इतिहास बनते हुए देख रहे हैं। ये पल अविस्मरणीय है। ये क्षण अभूतपूर्व है। ये क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। ये क्षण नये भारत के जयघोष का है। ये क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। ये क्षण जीत कर चंद्र पथ पर चलने का है। ये क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। ये क्षण भारत में नई उर्जा, नया विश्वास, नई चेतना का है। ये क्षण भारत के उदयमान भाग्य के आव्हान का है। अमृतकाल की प्रथम प्रभा में यह अमृत वर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया। आज हम अंतरिक्ष में नये भारत के नये उड़ान के साक्षी बने हैं”।

उन्होंने कहा कि- मैं चंद्रयान की टीम को, इसरो को और देश के सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ, जिन्होंने इस पल के लिए वर्षों तक इतना परिश्रम किया है। उत्साह, उमंग और भावुकता से भरे इस पल के लिए मैं देश के 140 करोड़ लोगों को बधाई देता हूँ। कहा कि हम भारतवासी पृथ्वी को मां और चंद्रमा को मामा कहते हैं। एक कहावत भी है कि “चंदा मामा दूर के हैं”… एक दिन वह भी आएंगा, जब सभी कहेंगे, “चंदा मामा बस एक टूर के हैं”।

प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान की सफलता को समूचे विश्व और मानव जाति की सफलता बताते हुए कहा कि एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य की सोच से हम आगे बढ़ रहे हैं।

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