भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष को लोग हमेशा रखेंगे याद : महाप्रबंधक
बड़कागांव: विस्थापित नेता दसई मांझी के नेतृत्व में उरीमारी परियोजना कार्यालय के समीप बिरसा चौक में भगवान बिरसा मुंडा की 148 वीं जयंती धूमधाम से बुधवार को मनाई गई। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक अजय सिंह, विशिष्ट अतिथि डीएमएस रांची आफताब अहमद, डीडीएमएस हनुमंत राव, महाप्रबंधक ऑपरेशन विनोद कुमार, उरीमारी परियोजना पदाधिकारी दिलीप कुमार, बिरसा परियोजना पदाधिकारी डी शिवादास, खान प्रबंधक बिरसा रामेश्वर मुंडा उपस्थित थे।
मौके पर मुख्य अतिथि सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक अजय सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और शहीद हो गए। उनके द्वारा किए गए संघर्ष को कभी बुलाया नहीं जा सकता।
डीएमएस आफताब अहमद ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ब्रिटिश सरकार के काले कानून के खिलाफ बुलंदी से आवाज उठाई थी और युवावस्था में ही अंग्रेजों के दांत खट्टे किया।
विस्थापित सह आदिवासी नेता दसई मांझी ने कहा कि बहुत कम उम्र में ही भगवान बिरसा मुंडा अंग्रेजों के दमनात्मक नीति के विरुद्ध मोर्चा खोला था और अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते हुए शहीद हो गए थे। हमें उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।
मौके पर मुख्य रूप से दसई मांझी, कार्तिक मांझी, दिनेश करमाली, सुखू मांझी, खेपन मांझी, कृष्णा सोरेन, भवानी शंकर प्रसाद, धर्मदेव करमाली, नकुल प्रजापति, सुरेश मुर्मू, जुगल करमाली, तालो हंसदा, मनोज सिंह, परमेश्वर सोरेन, शिकारी टुडू, सुबीत राम मांझी, लालजी पवारिया, भादो करमाली, संतोष प्रजापति, जितेंद्र यादव, सत्यनारायण बेदिया, धनलाल बेदिया, रामलाल बेदिया, फूलचंद बेदिया, विनोद सोरेन, सहदेव टुडू, दिनेश मुंडा, अनिल मुर्मू, राजू पवारिया, सोमरा मांझी, बरियत किस्कू, हेमलाल बेसरा, सुरेश प्रजापति, सुरेंद्र करमाली, सुशील सोरेन, विजय करमाली, पूरन टुडू, हरिनाथ महतो, जयकुमार महतो, बिहार मांझी, जलेश करमाली, देवा उरांव, दीपक मरांडी, चारों सोरेन, बिरजू सोरेन, राजेश, जितेंद्र हंसदा सहित कई लोग मौजूद थे।