बड़कागांव: जन सेवा परिषद हजारीबाग और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में बड़कागांव प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय बादाम में बाल विवाह, बाल मजदूर मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत बाल विवाह, बाल यौन उत्पीडन एवं बाल तस्करी के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया।
मौके पर कम्युनिटी सोशल वर्कर मेघनाथ महतो एवं गूलेश्वर कुमार ने कहा कि भारत में बाल तस्करी की बहुत अधिक है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, हर आठ मिनट में एक बच्चा गायब हो जाता है। कुछ मामलों में, बच्चों को बाज़ार में खरीदने और बेचने के लिए उनके घरों से ले जाया जाता है। अन्य मामलों में, बच्चों को नौकरी का अवसर देकर धोखे से तस्करों के हाथों में सौंप दिया जाता है, जबकि वास्तव में, आगमन पर वे गुलाम बन जाते हैं। भारत में श्रम, भीख मांगने और यौन शोषण जैसे विभिन्न कारणों से कई बच्चों की तस्करी की जाती है। इस अपराध की प्रकृति के कारण, इस मुद्दे से संबंधित आंकड़ों का अनुमान लगाना ही संभव है।
उन्होंने कहा कि बाल तस्करी के लिए भारत एक प्रमुख क्षेत्र है क्योंकि तस्करी करने वाले बहुत से लोग भारत से आते हैं, यात्रा करते हैं या भारत जाने वाले होते हैं। हालांकि अधिकांश तस्करी देश के भीतर ही होती है, नेपाल और बांग्लादेश से भी बड़ी संख्या में बच्चों की तस्करी होती है। ऐसे कई अलग-अलग कारण हैं जो बाल तस्करी का कारण बनते हैं, जिनमें प्राथमिक कारण गरीबी, कमजोर कानून प्रवर्तन और अच्छी गुणवत्ता वाली सार्वजनिक शिक्षा की कमी है। बच्चों का फायदा उठाने वाले तस्कर भारत के किसी अन्य क्षेत्र से हो सकते हैं, या बच्चे को व्यक्तिगत रूप से भी जानते होंगे। जो बच्चे तस्करी के बाद घर लौटते हैं उन्हें अक्सर घर में स्वागत किए जाने के बजाय अपने समुदाय में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
इस दौरान छात्र-छात्राओं को बाल विवाह, बाल मजदूर, बाल यौन उत्पीडन, बाल तस्करी के विरुद्ध शपथ दिलाया गया। मौके पर मुख्य रूप से विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार दास, सहायक शिक्षक बिनोद कुमार, अशोक राम, मोहम्मद राहत अली, जय प्रकाश महतो, वासदेव राम, सपना कुमारी, सुगंधा गोस्वामी, राधिका कुमारी, सोनी कुमारी, सुप्रिया कुमारी, रौशनी कुमारी, कंचन कुमारी, दीपक कुमार, विक्की कुमार, प्रभात कुमार, संजय कुमार, दिव्या कुमारी दास, शिवम कुमार, अंजली कुमारी, इशिका पाण्डेय, खुशी पाण्डेय, डोली कुमारी सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

