हजारीबाग: जनसेवा परिषद हज़ारीबाग और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में केरेडारी प्रखंड के हेवई पंचायत भवन में ग्रामीणों के बीच में बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल यौन शोषण तथा बाल तस्करी को लेकर जागरुकता अभियान बुधवार को चलाया गया।
मौके पर हेवई पंचायत समिति सदस्य साजन पासवान ने कहा कि बाल विवाह का तात्पर्य 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का विवाह और एक ही बाल विवाह कहलाता है। पिछले एक दशक में इस हानिकारक प्रथा में लगातार गिरावट के बावजूद, बाल विवाह व्यापक बना हुआ है, दुनिया भर में लगभग पांच में से एक लड़की की शादी बचपन में ही कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह भारतीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और गरीबी के अंतर-पीढ़ीगत चक्र को जन्म दे सकता है। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन करता है और उन्हें हिंसा, शोषण और दुर्व्यवहार के उच्च जोखिम में डालता है। बाल विवाह लड़कियों और लड़कों दोनों को प्रभावित करता है, लेकिन लड़कियों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
सीएसडब्ल्यू मेघनाथ महतो ने कहां की बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल यौन शोषण एवं बाल तस्करी कानूनन अपराध है। इसके बावजूद समाज में इस तरह की घटनाएं होना कहीं ना कहीं सामाजिक जागरूकता की कमी को दर्शाता है। अगर समाज अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित कर ले कि इस प्रकार की घटना घटित नहीं होने देंगे और अगर किसी ने बाल विवाह या बाल तस्करी जैसे अपराध में शामिल हैं तो इसकी सूचना चाइल्ड लाइन 1098 और स्थानीय थाना को जानकारी देते हुए अपराध को रोकने का प्रयास करेंगे।
मौके पर मुख्य रूप से हेवई पंचायत समिति सदस्य साजन पासवान, अमित कुमार दुबे, वार्ड सदस्य तुलसी पासवान, गुलाब राम, साजिया खातून, महावीर महतो, उमा देवी, मनोज कुमार, उषा कुमारी, राकेश राम, पार्वती देवी, राजू कुमार, अनिल कुमार, मो. जिलानी, अब्दुल सलीम, राजू राम सहित कई लोग मौजूद थे।