●विकास के अहम बिंदुओं पर चर्चा, जोनल मास्टर प्लान बनाने के निर्देश
हज़ारीबाग: उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त चंद्र किशोर उरांव की अध्यक्षता में हजारीबाग वन्यप्राणी प्रमंडल अंतर्गत आनेवाले कुल छः संरक्षित क्षेत्र हजारीबाग, कोडरमा, लावालौंग, गौतम बुद्धा, पारसनाथ एवं तोपचांची वन्यप्राणी आश्रयणी पारिस्थिकी संवेदनशील क्षेत्र के अनुश्रवण सम्बंधित गठित समिति की बैठक मंगलवार को आयुक्त कार्यालय सभागार कक्ष में आयोजित की गई।
सर्वप्रथम बैठक में सदस्य सचिव निगरानी समिति-सह-वन प्रमंडल पदाधिकारी अवनीश कुमार चौधरी के द्वारा इको सेंसेटिव जोन में वर्णित प्रोहिबिटेड, रेगुलेटेड और प्रमोटेड एक्टिविटीज के विषय में विस्तृत रूप से स्पष्ट करते हुए कहा गया कि सम्बंधित अधिकारी इको संवेदी क्षेत्र की जानकारी अवश्य रखें ताकि गांव या क्षेत्र चिन्हित करने में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
बैठक में पूर्व की बैठक में निर्देशित आदेश पर की गई कार्यवाही की जानकारी ली गई। इस दौरान आयुक्त महोदय को अवगत कराया गया कि जिला खनन टास्क फोर्स, हज़ारीबाग और कोडरमा कार्यपालक अभियंता के द्वारा इको सेंसेटिव जोन में संचालित सभी अवैध क्रशर इकाईयों पर कार्रवाई करते हुए इनकी विद्युत आपूर्ति बाधित कर ध्वस्त कर दिया गया है।
वहीं इको-सेंसेटिव जोन के समुचित प्रबंधन हेतु जोनल मास्टर प्लान हेतु राज्य सरकार के विभिन्न विभागों कृषि, पंचायती राज, परिवहन, पर्यटन, राजस्व, शहरी विकास विभाग को चयनित किया गया। संबंधित विभागों को जनप्रतिनिधियों से विचार-विमर्श कर मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए गए। इस संबंध में आयुक्त ने कहा प्लान तैयार करते वक्त अधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि इसके तहत आसपास के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकें और राज्य का विकास सुनिश्चित हो सके।
बैठक में सदस्य निगरानी समिति-सह-वन प्रमंडल पदाधिकारी हजारीबाग पश्चिमी एवं पूर्वी वन प्रमंडल, सदस्य निगरानी समिति-सह-वन प्रमंडल पदाधिकारी चतरा दक्षिणी वन प्रमंडल, डीएफओ चतरा उत्तरी, डीएफओ कोडरमा, डीएमओ हजारीबाग, डीएमओ धनबाद, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल झुमरी तिलैया कोडरमा, संग अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।