> झूंड से बिछड़े इस हाथी का वन विभाग ने कराया था इलाज

> स्वस्थ्य होने के बाद जंगल में छोड़ा, मौत संदेहास्पद

संजय राम
बारियातु (लातेहार)। बालूमाथ वन क्षेत्र अंतर्गत शिबला पंचायत रेंची जंगल में एक हाथी (अनुमानित 10वर्ष) की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है। मृत हाथी के दोनों दांत गायब हैं । घटना की सूचना पाकर वन विभाग के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच करने में जुट गए। वहीं हाथी का पोस्टमार्टम की गई। ज्ञात हो कि यह हाथी कुछ दिन पूर्व अपने झुंड से बिछड़कर कर रेंची ,बलुआही जंगल में घूम रहा था। बताया जाता है कि इसी हाथी का बायीं ओर  पिछला पैर में चोट थी। जिस कारण वह ठीक से चल नहीं पा रहा था और बीमार भी चल रहा था।  लातेहार डीएफओ रोशन कुमार ने 18 जुलाई को पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र से चिकित्सक को बुलाकर हाथी का प्रॉपर इलाज आरंभ करवाया । लगभग 15 दिनों तक चले ईलाज के बाद हाथी पूरी तरह स्वस्थ भी हो गया था। इधर, आसपास के ग्रामीणों के अनुसार बुधवार की शाम चार बजे तक हाथी को स्वस्थ्य घूमते हुए भी देखा गया था। इस बीच शनिवार को हाथी की मौत होने का मामला सामने आया। 

हाथी की मौत की खबर वन विभाग के अधिकारियों को मिली तो वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और जांच में जुट गए। हाथी के दोनो दांत गायब है। जिससे मौत पर लोग संदेह जता रहे हैं। 

 स्थानीय ग्रामीण भुनेश्वर यादव और नरेश सिं की मानें तो ईलाज के बाद हाथी पूरी तरह स्वस्थ हो गया था। साथ ही ग्रामीणों को खदेड़ने भी लगा था।

मामले लातेहार डीएफओ रोशन कुमार ने कहा कि हाथी की मौत की सूचना मिलने के बाद पूरी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति से अवगत हो रहा हूँ। साथ ही मेडिकल टीम के माध्यम से हाथी के प्रत्येक अंगों से सैम्पल लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आते ही मौत का कारण पता चलेगा। हाथी के गायब दाँत के संबंध में कहा कि वन विभाग द्वारा जाँच की जाएगी साथ ही स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी मदद ली जाएगी।

पोस्टमार्टम करनेवाले चिकित्सकों की टीम में डॉ एसएस कुलु, बैज्ञानिक विरसा कृषि विज्ञान केंद्र राँची, डॉ. शिवानन्द कोसी,भ्रमशील चिकित्सा पदाधिकारी, इटकी, डॉ. ओमप्रकाश साहू, विरसा जैविक उद्यान राँची, डॉ. विजय शंकर दुबे, वाईल्ड लाइफ इंस्टीच्यूट राँची शामिल हैं। टीम ने संभावना जताई है कि हाथी की मौत 36 घंटे पहले हुई होगी।

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