10 घरों को किया ध्वस्त, फसल को भी नुकसान
बड़कागांव: हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत पोटंगा पंचायत के पसेरिया में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। जिसमें करीब दस घरों को हाथियों के झुंड ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। क्षतिग्रस्त घरों में दो प्रधानमंत्री आवास भी शामिल है।
देर शाम पहुंचा हाथियों का झुंड, ग्रामीण रहे दहशत में
ग्रामीणों ने बताया कि कल देर शाम हाथियों का झुंड गांव के नजदीक जंगल में पहुंच गया था जिसकी सूचना वन विभाग के रेंजर को दी गई थी लेकिन उनके तरफ से कोई सहायता नहीं मिला। अंधेरा होते ही हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर करीब दस घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया और घर में रखें अनाज को खा गया। वहीं फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा दिया। हाथियों की संख्या करीब 26 से 28 बताई जा रही है। जिस समय हाथियों ने गांव पर धावा बोला उसी वक्त स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद बड़कागांव की ओर जा रही थी कि सड़क पर एक हाथी रास्ता पार करता हुआ दिखा विधायक की गाड़ी में लगा सायरन बजाने से हाथी दूसरी तरफ भाग गया और विधायक अंबा प्रसाद ने तत्काल रेंजर को फोन कर इसकी सूचना देते हुए तत्काल पहल करने की बात कही।
विधायक अंबा प्रसाद के कहने पर रात्रि के समय वन विभाग के दो लोग घटनास्थल पर पहुंचे पर उनके पास हाथी भगाने का कोई भी संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण वह भी मूकदर्शक बने रहे। ग्रामीणों का हाथियों के झुंड को देखकर काफी भयभीत थे। हाथियों के कारण सभी लोग अपने घरों से निकलकर बाहर थे जिससे कि हाथियों के द्वारा उत्पात मचाए जाने पर कोई जान माल का नुकसान ना हो। हाथियों द्वारा उत्पात मचाए जाने के बाद हाथी वापस जंगल की ओर चला गया।
ग्रामीणों का कहना था कि हाथियों का झुंड अगर रात्रि के समय गांव में प्रवेश करता तो काफी जान माल का भी नुकसान होता हाथियों द्वारा कई घरों के नुकसान पहुंचाए जाने से जहां लोग भयभीत और आशंकित हैं कि हाथियों का झुंड गांव में अचानक आ गया तो क्या होगा। घटना की जानकारी मिलने पर जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि दीपक करमाली, पंचायत के मुखिया चरका करमाली, पूर्व उप मुखिया सूरज बेसरा घटनास्थल पहुंच पूरे घटना की जानकारी लिया और तत्काल क्षतिग्रस्त हुए घरों में रहने वाले लोगों को खाने का चावल की व्यवस्था कराया वहीं क्षतिग्रस्त पहुंचे मकानों के मुआवजे के लिए सरकारी लाभ के लिए पहल कराने की बात कही।
बड़कागांव बीडीओ ने घटना का लिया जायजा
घटना की जानकारी होने पर बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडेय ने घटनास्थल पहुंच हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त घरों का जायजा लिया और तत्काल एमओ से ग्रामीणों को राशन उपलब्ध कराने की बात कही। कुछ घरों की स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि उस में रहना मुश्किल हो गया था जिस पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक को हाथियों के झुंड द्वारा हुए नुकसान को बताते हुए कहा कि कुछ घरों की स्थिति काफी खराब है जिसमें रहा नहीं जा सकता और आसपास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जहां इन्हें शिफ्ट किया जा सके। ऐसे में कुछ सीट की व्यवस्था कर सहयोग देने की बात कही ताकि तत्काल सीट डालकर उसमें रहा जा सके। जिस पर सीसीएल के अधिकारियों ने सहयोग करने की बात कही।
बीडीओ ने दिया आश्वासन
उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि परेशान ना हों खाने के लिए अनाज एवं तत्काल रहने की व्यवस्था की जा रही है। जेई को घटनास्थल पर भेज कर तुरंत हुए नुकसान का एस्टीमेट बनाने की बात कही ताकि जल्द से जल्द इन्हें सरकारी मुआवजा दिलाया जा सके। वन विभाग के वनरक्षी भोला साहू एवं केशव महतो को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने हाथियों को भगाने को लेकर पूछा तो उन्होंने बताया कि दिन में हाथियों को हटाना संभव नहीं है इन हाथियों को रात में ही हटाया जा सकता है ऐसे में गांव के लोग हाथियों से दूरी बनाकर ही रखें ताकि कोई जान माल का नुकसान ना हो और आज शाम में हाथियों को भगाने को लेकर पहल की जाएगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने घटनास्थल से ही रेंजर से बात कर हाथियों के झुंड को तत्काल यहां से भगाने की बात कही।
इनके मकान हुए क्षतिग्रस्त
- संजय हांसदा एवं रंजय हांसदा, पिता चुलू मांझी
- चरका मांझी, पिता भुटू मांझी
- शिकारी टुडू एवं छोटे लाल टुडू, पिता बुधन मांझी
- मनाडे टुडू, पिता जटलू मांझी
- महालाल टुडू, पिता सोनाराम मांझी
- शंकर सोरेन, पिता बंशी मांझी