जनता को सिर्फ भ्रमित कर रही है राज्य सरकार : बिरंची नारायण
रांंची: भाजपा प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश ने की।
बैठक में नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी, प्रदेश संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह सहित विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, नवीन जायसवाल, जेपी पटेल, अपर्णा सेन गुप्ता, अमर बाउरी, रामचंद्र चंद्रवंशी, नीरा यादव, अनंत ओझा, रणधीर सिंह, भानु प्रताप शाही, आलोक चौरसिया, केदार हजारा, पुष्पा देवी, नारायण दास,किशुन दास,अमित मंडल, समरी लाल, कोचे मुंडा, बिरंची नारायण, शशिभूषण मेहता, राज सिन्हा और मनीष जायसवाल उपस्थित थे।
राज्य सरकार की मंशा पर उठाया सवाल
बैठक के उपरांत मीडिया से बात करते हुए मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि भाजपा प्रदेश की जनता के साथ खड़ी है, लेकिन राज्य सरकार की मंशा साफ नहीं है। सरकार की मंशा साफ होती तो सरकार सीधे संकल्प लेकर 1932 खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति लागू कर सकती थी। लेकिन सरकार इसे सिर्फ उलझाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि 6माह पहले मुख्यमंत्री ने सदन ने स्पष्ट कहा था कि 1932की नीति को लागू नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार ने 1985 की नीति केवल संकल्प लाकर लागू कर दिया था जिसमे एक लाख से ज्यादा नौकरियां दी गई।
उन्होंने कहा कि यह सरकार ईडी के पत्र से डरी हुई है। जब जब ये सरकार भ्रष्टाचार के मामले में घिरती है तब तब नए नए छलावे देकर जनता का ध्यान भटकाती है।
पिछड़ों के 27प्रतिशत आरक्षण के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि भाजपा के सभी विधायक इससे सहमत हैं लेकिन सरकार की मंशा इसपर भी साफ नही है। आखिर सरकार क्यों बिना पिछड़ों का आरक्षण तय किए नगर निकाय चुनाव कराने पर अड़ी है, जबकि इन्होंने पंचायत चुनाव के समय कोर्ट में हलफनामा देकर अगला चुनाव आरक्षण तय करके ही कराने की बात कही थी।
उन्होंने कहा कि जो विधायकों को विधेयक की जो कॉपी मिली है उसमे अनेक त्रुटियां है। पार्टी कल विधानसभा अध्यक्ष से मांग करेगी कि पार्टी के नेता को सदन में बात रखने का अवसर दिया जाए।
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