बड़कगांव : उरीमारी में सिदो-कान्हू चौक स्थित आदिवासी छात्र संघ कार्यालय में विस्थापित नेता दसई मांझी की अध्यक्षता में बैठक की गई। बैठक में सर्वप्रथम पोटंगा पंचायत के गन्धौनियां बस्ती निवासी समाजसेवी सह मजदूर नेता स्वर्गीय मोतीलाल मांझी तथा बिरसा परियोजना में कार्यरत स्वर्गीय कृष्णा राम पासवान के असमय मृत्यु होने पर विस्थापितों ने शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया।

मौके पर विस्थापित नेता दसई मांझी ने कहा कि मोतीलाल मांझी आदिवासी समाज के उत्थान हेतु बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे, उनकी मृत्यु से आदिवासी समाज को अपूर्णिय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस को इन्हीं कारणों से सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। मौके पर मुख्य रूप से दसई मांझी, रैना मांझी, कृष्णा सोरेन, सत्यनारायण बेदिया, फुलचंद बेदिया, दिनेश मुंडा, दीपक करमाली, जितेंद्र यादव, तालो हांसदा, मोहन मांझी, भादो करमाली, सुरेंद्र करमाली, सुरेश प्रजापति, बिनोद सोरेन, सुबितराम किस्कू, बुधन करमाली, बंधु करमाली, टूला करमाली, अजय साव, राजा हेम्ब्रोम, जीतू मुर्मू, गणेश मुर्मू, राजेश कुमार, दीपक मरांडी, खेपन मांझी सहित कई लोग उपस्थित थे।

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