शत प्रतिशत उपस्थिति और ड्रॉप आउट कम करना उद्देश्य 

ऐसा माहौल करें तैयार, बच्चा न रह पाए स्कूल से दूर : उपायुक्त 

रामगढ़: समाहरणालय स्थित सभाकक्ष रामगढ़ में गुरुवार को ‘स्कूल रुआर 2025’ को लेकर जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि उपायुक्त चंदन कुमार, विशिष्ट अतिथि रामगढ़ विधायक ममता देवी, मांडू विधायक निर्मल महतो, जिला परिषद अध्यक्ष सुधा देवी, उपाध्यक्ष रीता देवी, सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल, उप विकास आयुक्त रामगढ़ रोबिन टोप्पो को पौधा देकर स्वागत किया गया। इसके उपरांत अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

अवसर पर उपायुक्त चंदन कुमार ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को स्कूलों से दोबारा जोड़ने और शत-प्रतिशत उपस्थिति को लेकर बैक टू स्कूल कैंपेन की शुरुआत की गयी है। इसमें विद्यालय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को फिर से स्कूल आने को लेकर प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बनाते हुए ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ इस अभियान को सफल बनाने का प्रयास किया जाए। लोगों की सेवा करने का अवसर सभी को प्राप्त नहीं होता है। आप सभी को सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण दायित्व दिया है। विद्यालय में इस प्रकार शिक्षा दिया जाना चाहिए ताकि बच्चे सहज और सरल भाव विद्यालय में सीख सकें। बच्चे आनंदपूर्वक विद्यालय में जुड़े रहे। ऐसा हमेशा माहौल तैयार करें ताकि बच्चे विद्यालय से दूर ना रहे।

वहीं रामगढ़ विधायक ममता देवी ने कहा कि शिक्षा ही मनुष्य और पशु मे भेद करती है। इसलिए समाज को शिक्षित करने के लिए बच्चों को शिक्षित करना नैतिक दायित्व है। मांडू विधायक ने ईट भट्टा में रह रहे या काम कर रहे बच्चों को पढ़ाने पर सभी का ध्यान आकृष्ट कराया। जिसपर उपायुक्त ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को अभियान के दौरान सभी ईट भट्ठों का सर्वे CRP और शिक्षक के माध्यम से कर बच्चों को चयनित करने का निर्देश दिया।

कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधीक्षक संजीत कुमार ने कहा कि सरकारी स्कूलों का नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है। साथ ही स्कूलों में नामांकन का विशेष अभियान शुरु हो गया है। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य आंगनबाड़ी सहित 05-18 आयु वर्ग के सभी बच्चों का विद्यालयीय शिक्षा पूर्ण कराना है। विद्यालय में नामांकन व ठहराव बनाये रखने के लिए विभिन्न कार्यक्रम समय – समय पर चलते हैं। स्कूल रूआर 2025 यानि बैक टू स्कूल भी उनमें से एक है। बच्चों का स्कूल में नामांकन, ठहराव बनाये रखने के लिए रुआर अभियान 25 अप्रैल से आगामी 10 मई तक चलेगा। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन समिति के द्वारा विद्यालय में शौचालय, पेयजल इत्यादि की सुविधा दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने पी टी एम, इको क्लब, बाल संसद और प्रयास कार्यक्रम को नियमित रूप से चलाने का निर्देश दिया।

अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नलिनी रंजन ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से पूरे अभियान के विषय में बताया और कहा कि शिक्षक, सी आर पी, बी आर पी और रिसोर्स शिक्षक पूरी तत्परता के साथ विद्यालय में बच्चों के नामांकन के लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें ताकि बच्चों को शिक्षित कर एक शिक्षित समाज बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के साथ आत्मीयता के साथ पेश आए। उनके साथ संवेदनशील व्यवहार करें। दिव्यांग बच्चों में अद्भुत प्रतिभा होती है। उनकी प्रतिभा को विकसित करें, ताकि वह सामान्य बच्चों की तरह विद्यालय से जुड़े रहे।

अवसर पर उपायुक्त और विधायक के द्वारा हरी झंडी दिखाकर जागरुकता रथ भी रवाना किया। कार्यशाला का संचालन शिक्षक सुमित्रा कुमारी ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन एडीपीओ नलिनी रंजन ने किया।

कार्यक्रम में सभी प्रखंड के बीडीओ, जिला पंचायती राज अधिकारी निशा कुमारी सिंह, नजरात उप समाहर्ता सिदार्थ शंकर चौधरी, जिला विधि अधिकारी अरुण खलखो, सभी बी.ई.ई.ओ, बीपीओ सीआरपी बीआरपी रिसोर्स टीचर, एपीओ इप्सिता, राखी कुमारी, रंजीत गुप्ता आदि उपस्थित थे।

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