उरीमारी में शिफ्ट हो महाप्रबंधक कार्यालय, नहीं तो होगा आंदोलन: दसई मांझी
बड़कागांव: सिद्दो-कान्हू चौक के समीप शुक्रवार को आदिवासी छात्र संघ कार्यालय उरीमारी में खतियानी रैयत परिवार की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता शनिचर मांझी एवं संचालन सुखू मांझी ने किया।
बैठक में सीसीएल प्रबंधन के द्वारा बरका सयाल महाप्रबंधक कार्यालय को रिवरसाइड हस्तांतरित करने की योजना बनाने का विस्थापितों ने पुरजोर विरोध किया है। विस्थापितों ने एक स्वर में महाप्रबंधक कार्यालय को उरीमारी में बनाने की मांग से सीसीएल प्रबंधन से किया। वही मणिपुर हिंसा में आदिवासियों के साथ बर्बरता पूर्व अत्याचार पर कड़ी निंदा करते हुए आगामी 9 अगस्त को सादगी पूर्ण तरीके से विश्व आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
मौके पर विस्थापित नेता दसई मांझी ने कहा कि उरीमारी, बिरसा, न्यू बिरसा परियोजना क्षेत्र की सबसे अधिक उत्पादन देने वाली परियोजना है। यदि उरीमारी/सयाल क्षेत्र के बाहर अन्यत्र स्थान पर महाप्रबंधक कार्यालय स्थानांतरित होता है तो विस्थापितों के साथ सरासर अन्याय है। सीसीएल प्रबंधन उक्त विषय पर गंभीरता नहीं दिखाती है तो हम सभी विस्थापित एकजुट होकर क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे। जिसकी पूर्ण जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी।
मौके पर मुख्य रूप से दसई मांझी, शनिचर मांझी, कार्तिक मांझी, सुखू मांझी, खेपन मांझी, सुरेश मुर्मू, नकुल प्रजापति, तालो हंसदा, मनोज सिंह, शिकारी टुडू, संतोष प्रजापति, जुगल करमाली, सुबितराम किस्कू, रामलाल बेदिया, फुलचंद बेदिया, विनोद सोरेन, सत्यनारायण बेदिया, भवानी शंकर प्रसाद, जितेंद्र यादव, धनलाल बेदिया, सहदेव मांझी, देवन बेदिया, राजेंद्र बेदिया, चोपे लाल मांझी, सुरेश प्रजापति, सुरेंद्र करमाली, अनिल मुर्मू, बिरजू मांझी, महावीर मांझी, रमेश हेम्ब्रोम, रोशन किस्कू, राजा किस्कू, संजीत बेसरा, बिगना मांझी, नंदू पावरिया, देवा उरांव, राजेश कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।