हजारीबाग : जिले के इचाक प्रखंड में अवस्थित जीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए बोकारो रवाना किया गया। इस व्यावहारिक प्रशिक्षण हेतु छात्रों को महाविद्यालय के निदेशक विनय कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मौके पर निदेशक विनय कुमार ने कहा कि व्यावहारिक प्रशिक्षण का उद्देश्य फार्मेसी के छात्र-छात्राओं को प्रकृति के द्वारा प्रदत आयुर्वेदिक दवा एवं जड़ी बूटियों की जानकारी प्रदान करना है। महाविद्यालय अपने छात्रों को अपनी प्रयोगशाला में जो सैद्धांतिक और व्यावहारिक अध्ययन प्रदान करता है उसकी वास्तविक स्थिति से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि हमारा फार्मेसी महाविद्यालय छात्र-छात्राओं को दवा की विशेषज्ञता हेतु विशेष रुप से तैयार करने का प्रयास करता है ताकि छात्र-छात्राएं बेहतरीन प्रदर्शन कर सके। व्यावहारिक प्रशिक्षण के क्रम में बोकारो स्टील प्लांट, तेनुघाट डैम, कोनार डैम आदि क्षेत्रों में पाए जाने वाले पार्कों का भ्रमण कराया गया। इस क्षेत्र में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे एवं वनस्पतियों के औषधीय गुणों की जानकारी छात्र-छात्राओं को दी गई। जिसका आयुर्वेदिक दवा के निर्माण में उपयोग किया जाता है। छात्र-छात्राओं के व्यावहारिक प्रशिक्षण का नेतृत्व फार्मेसी महाविद्यालय के शिक्षक उज्जवल कुमार एवं मोहन कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष ज्ञान, अनुभव, दवा बनाने की विधियां का ज्ञान प्राप्त करेंगे। मौके पर उज्जवल कुमार ने कहा कि हम अपने फार्मेसी के छात्र-छात्राओं को देश के विभिन्न प्रतिष्ठित आयुर्वेदिक दवा कंपनियों के उत्पादन संयंत्र जैसे पतंजलि, योगपीठ, डाबर, झंडू, बैजनाथ आदि का अवलोकन कराएंगे ताकि छात्र फार्मेसी की परीक्षा मे सफल होकर इसके अनुभव का लाभ ले सके। मौके पर मुख्य रूप से संयोजक उमेश गुप्ता, शिक्षक आलोक राय एवं काजल एवं मैनेजर प्रीति सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।

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