गिरीडीह: बगोदर प्रखंड अंतर्गत जरमुने पूर्वी पंचायत सचिवालय में स्वयंसेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम गिरिडीह के द्वारा एवं आशा रांची के सहयोग से विभिन्न हितधारकों के साथ बाल विवाह के खिलाफ जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन उप प्रमुख हरेंद्र सिंह, जरमुने पूर्वी की मुखिया प्रमिला देवी, जरमुने पश्चिम के पूर्व मुखिया संतोष रजक, बगोदर प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि रंजीत यादव, समाजसेवी संजय चौरसिया के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
मौके पर उप प्रमुख हरेंद्र सिंह ने कहा कि कम उम्र में बच्चों की शादी कर देने से उनके स्वास्थ्य, और् मानसिक विकास के साथ साथ खुशहाल जीवन पर असर पड़ता है। कम उम्र में शादी करने से पूरे समाज में पिछड़ापन आ जाता है। इसलिए हमारे देश के कानून में लड़के और लड़की की शादी के लिए एक निश्चित उम्र तय की गई है। इस उम्र से कम उम्र में शादी को बाल विवाह कहा जाता है।
पूर्व मुखिया संतोष रजक ने कहा कि हम लोग आजादी के 76 वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे और आज भी बाल विवाह हो रहा है यह बहुत ही दुर्भाग्य की बात है। राजेश कुमार ने कहा कि बाल विवाह को खत्म करने के लिए सभी स्तर से सहयोग की जरूरत है।
वहीं पूरन कुमार महतो ने कहा कि बाल विवाह किसी भी परिवार और समाज के लिए घातक है। इस प्रथा से लड़कियां ज्यादा प्रभावित होती हैं।
इस दौरान प्रमुख प्रतिनिधि रंजीत यादव ने कहा कि आज के इस तरह के कार्यक्रम बड़े पैमाने में करने की जरूरत है ताकि सभी लोगों को जानकारी हो सके। इस प्रथा को रोकने में महिलाओं का बहुत बड़ा रोल यदा करना होगा। इसे हम लोग मिल जुलकर इस प्रथा को बंद करेंगे।
कार्यशाला को सफल करने में महेंद्र कुमार तिवारी, उत्तम कुमार सहित कई लोगों का सराहनीय योगदान रहा।