आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत का हुआ संयुक्त सचालन
खबर सेल
भारतीय नौ सेना ने शनिवार को हिंद महासागर में अपनी शक्ति और तकनीक का शानदार प्रदर्शन किया। जिसमें विशाल विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत का संयुक्त संचालन किया गया। अभ्यास में 35 से अधिक फाइटर विमान, जहाज और पनडुब्बियां भी शामिल की गई।
इस अभ्यास से नौ सेना ने समुद्री क्षेत्र में अपनी तकनीकी विशेषता का बेहतरीन प्रदर्शन कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी तकनीक से तैयार आईएनएस विक्रांत जैसे बड़े विमान वाहक पोत के संयुक्त संचालन से समुद्री क्षेत्र में भारतीय नौ सेना क्षमता और बल से साफ है कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए भारत समय पर प्रतिक्रिया और निरंतर हवाई संचालन करने में सक्षम है।
बताते चलें कि आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत, सैन्य अभ्यास के केंद्र हैं और ये ‘फ्लोटिंग सॉवरेन एयरफ़ील्ड’ के रूप में काम करते हैं, जो मिग-29के फाइटर जेट्स, एमएच 60आर, कामोव, सी किंग, चेतक और एएलएच हेलीकॉप्टरों सहित विमानों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए एक लॉन्च प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं।