बड़कागांव: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य सोनाराम मांझी की कार पर अज्ञात अपराधियों ने उरीमारी में सरेशाम फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है। हालांकि घटना के समय कार में सोनाराम मांझी नहीं थे बल्कि उनकी पत्नी सह पोटंगा पंचायत समिति सदस्य बभनी देवी और उनके ड्राइवर थे। फायरिंग की घटना में बभनी देवी बाल-बाल बची हैं। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम छह बजे बभनी देवी अपनी कार JH01DN 1313 से उरीमारी के रास्ते अपने घर न्यू बरटोला (पारगढ़ा) लौट रही थी। इस दौरान उरीमारी ओपी क्षेत्र के पहाड़ी शिव मंदिर के निकट जोरदार आवाज हुई। कुछ दूरी पर ड्राइवर कार रोककर आवाज की वजह जानने के लिए उतरा। कार की दाहिने ओर दरवाजे पर गोली के निशान देख ड्राइवर तुरंत गाड़ी में बैठा और तेज गति से कार भगाते हुए घर पहुंचा। मामले की जानकारी मिलते ही सोनाराम मांझी के आवास पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई।

घटना की सूचना मिलते ही उरीमारी ओपी प्रभारी शशिभूषण कुमार के निर्देश पर उरीमारी चेकपोस्ट पर बैरीकेडिंग कर करीब आधे घंटे तक वाहनों की सघन चेकिंग की गई। पुलिस देर शाम तक घटनास्थल और आसपास छानबीन करती रही। वहीं ओपी प्रभारी झामुमो नेता सोनाराम मांझी के आवास पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी लेते हुए अपराधियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
वहीं मामले की जानकारी पर सोनाराम मांझी के आवास पहुंचे झामुमो केंद्रीय सचिव संजीव बेदिया ने कहा कि यह घटना पुलिस के लिए अपराधियों की खुली चुनौती है। झामुमो नेता की गाड़ी पर हमलाकर क्षेत्र में डर और दहशत का माहौल बनाने का प्रयास किया गया है। पुलिस अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।
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