प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण कई समस्याएं बढ़ीं :आलमगीर आलम
पाकुड़ : वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से पुलिस लाइन में 73 वां वनमहोत्सव पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मंत्री ग्रामीण विकास विभाग आलमगीर आलम, उपायुक्त वरुण रंजन, डीएफओ रजनीश कुमार एवं उप विकास आयुक्त मो. शाहिद अख्तर शामिल हुए।
मंत्री आलमगीर आलम ने दीप प्रज्जवलित कर एवं पौधारोपण कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अवसर पर उन्होंने कहा कि वन महोत्सव हर साल मनाते आ रहे हैं। इस बार भी 73 वां वन महोत्सव मनाया जा रहा हैं। पेड़ लगाने से क्या फायदे मिलते हैं पहले इसकी जानकारी होना चाहिए। जुलाई महीने के पहले सप्ताह से पेड़ पौधा लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता हैं। एक पेड़ कटेगा तो दस पेड़ लगाने का काम किया जा रहा है। प्राकृतिक से छेड़छाड़ करने से आज बहुत सारी समस्या हो रही है। लोग जिस तरह अन्य त्योहार मनाते है उसी तरह वन महोत्सव को भी मनाना चाहिए। आजकल लोगों को शुद्ध आँक्सीजन नहीं मिल पा रहा है। पेड़ लगाने से कोरोना महामारी में यह साबित हुआ है कि जहां ज्यादा पेड़-पौधे लगे हुए थे वहां कम लोग कोरोना की चपेट में आए। सिर्फ सरकारी भूमि में नहीं बल्कि अपने अपने जमीन पर भी पेड़ लगाएं।
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त वरूण रंजन ने कहा कि वर्षाऋतु के समय अधिक से अधिक पेड़ लगाए। वर्षा कम होने से पेड़ लगने में कठिनाई हो रही है। संथाल परगना का वन क्षेत्र से बहुत ही जुड़ाव रहा है।
वन महोत्सव कार्यक्रम में मंत्री, उपायुक्त, एसपी, डीएफओ एवं डीडीसी के द्वारा पौधारोपण किया गया एवं जिलावासियों से पर्यावरण सरंक्षण को लेकर पौधारोपण करने की अपील की गई।