हजारीबाग: जीएम इंटर महाविद्यालय, इचाक में धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड स्थापना दिवस मंगलवार को मनाया गया। सर्वप्रथम भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
मौके पर महाविद्यालय प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि हर साल 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है।15 नवंबर 2000 ई. को छोटनगपुर क्षेत्र को बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग किया गया था और इसे झारखंड नाम से एक अलग राज्य के रूप मे जन्म दिया गया। बिरसा मुंडा की जयंती पर राज्य की स्थापना की गई है। इस वर्ष राज्य अपना 22वां स्थापना दिवस मना रहा है।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य भारत के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है और इसे जंगल ऑफ फॉरेस्ट या बुशलैंड भी कहा जाता है।भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे नायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदल कर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्र पात किया।
वहीं झारखंड राज्य पर बारी-बारी से सभी शिक्षकों ने अपने विचार रखे और कहा कि बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे। बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती है। धन्य है यह झारखंड की धरती जहां बिरसा मुंडा जैसे महान पुरुष अवतरित हुए।
इस कार्यक्रम का संचालन शिक्षक रत्नेश कुमार राणा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक दीपक प्रसाद, रियाज अहमद, अजीत हंसदा, अजय उरांव, आशीष पांडे, संगम कुमारी, गायत्री शर्मा, विनोद कुमार मेहता, राजकुमार, कृष्ण कुमार मेहता, प्रिया कुमारी, सुनीता टोप्पो, संजय प्रजापति सहित कई लोगों का सराहनीय योगदान रहा।