रामगढ़: आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व चैती छठ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ संपन्न हो गया। गुरुवार को सांध्य अर्घ्य के उपरांत महापर्व के अंतिम दिन छठ व्रती शुक्रवार को भोर में नदी और तालाब के छठ घाट पर पहुंचे। जहां कमर भर पानी में हाथ जोड़े छठ व्रती सूर्य देव की अराधना में लीन रहे और सूर्योदय के साथ ही व्रतियों ने अर्ध्य दिया और सुख-शांति की मंगलकामना की। इसके उपरांत व्रतियों ने हवन और श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद बांटा।
अवसर पर भुरकुंडा के छठ मंदिर में छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मंदिर में छठ मईया, सूर्य देव और मां गंगा की पूजा-अर्चना की गई। वहीं छठ पूजा समिति के सदस्य व्रतियों और श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे रहे।