रांंची: आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन छठ व्रतियों ने नदी, तालाब और जलाशयों पर अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया। राज्य के विभिन्न छठ घाटों पर छठव्रती और श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। अवसर पर हटनिया तालाब घाट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन और परिजनों संग अर्ध्य अर्पित किया।
रविवार को छठव्रतियों के साथ उनके परिजन फल, दीप, दूध और पूजन सामग्री का दउरा लेकर छठ घाट पहुंचे। जहां कमर भर पानी में उतरकर छठव्रतियों ने सूर्यदेव का ध्यान किया। इसके उपरांत फलों से सजे सूप लेकर शुद्ध दूध से अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर मंगलकामना की।
इस दौरान छठ मईया के भक्तीगोतों से छठ घाट और आसपास का क्षेत्र गूंजायमान रहा। अवसर पर हटनिया तालाब घाट पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन और परिजनों संग अर्ध्य अर्पित किया
वहीं विधि-व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन तत्पर रही। बड़े छठ घाटो और पहुंच मार्गों पर पुलिस के जवान तैनात रहे। छठ पूजा समितियां भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं और फल-दूध वितरण को में जुटी रहीं। कल सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ पर्व संपन्न होगा। पारण के साथ छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त होगा।