रामगढ़: सिविल सर्जन कार्यालय के सभागर में सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद की अध्यक्षता में विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया गया। अवसर पर सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, उपाधीक्षक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक यूनिट सभी प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, सीएसआर हेड टाटा स्टील फाउंडेशन घाटो, सीएसआर हेड जिंदल फाउंडेशन पतरातू मुखिया, पिरामल स्वास्थ्य, स्वास्थ्य कर्मी और कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अवसर डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद ने टीबी बीमारी के संबंध में बताया। साथ ही इसके ईलाज और रोकथाम हेतु विस्तृत जानकारी देते हुए एक वर्ष में उपलब्धियों के बारे में बताया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि पिछले वर्ष में कुल-26009 सम्भावित व्यक्तियों की बलगम जांच की गई जिसमें कुल 1429 टीबी के मरीज पाये गये। इसके अतिरिक्त कुल-21 MDR मरीज पाये गये। साथ ही उन्होने यह भी बताया कि पिछले वर्ष में पंजीकृत मरीजों में 98.5 प्रतिशत सफल उपचार रहा।
100 दिवसीय निक्षय शिविर के तहत कुल 73051 अति उच्च जोखिम वालें व्यक्तियों को चिन्हित किया गया जिसमें कुल 62056 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया। जिसमें कुल 11297 लोगों का एक्स-रे किया गया साथ ही साथ कुल-6229 NAAT test किए गए। जिसमें कुल 240 टीबी बीमारी से संक्रमित पाये गये उनका ईलाज भी प्रारंभ कर दिया गया।
राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मुलन कार्यक्रम के तहत रामगढ़ जिलान्तर्गत कुल 14 पंचायत टीबी मुक्त घोषित किया गया। जिसमें प्रखण्ड पतरातु में 1, रामगढ़ में 3, दुलमी में 2. चितरपुर में 1, गोला में 4 और मांडू के 3 पंचायत है।
कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन के द्वारा राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मुलन अभियान और 100 दिवसीय निक्षय शिविर के तहत उत्कृष्ट एवं बेहतर कार्य तथा सरहानीय योगदान हेतु सभी सीएसआर हेड, पिरामल स्वास्थ्य के पदाधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया।