दो वर्षों से बंद थी माइंस, 12 अक्टूबर को मिला सीटीओ
रामगढ़: सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र की बलकुदरा ओपन कास्ट माइंस (खुली खदान) से कोयले का उत्पादन एक बार फिर शुरू हो गया है। शुक्रवार को सीसीएल भुरकुंडा कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी मनोज कुमार पाठक ने विधिवत नारियल फोड़कर कोयला उत्पादन कार्य का शुभारंभ किया। मौके पर बलकुदरा मुखिया विजय मुंडा, कुरसे मुखिया संदीप उरांव, जवाहनगर के पूर्व मुखिया प्रदीप मांझी, मैनेजर बबलू कुमार, आरके वर्णवाल, प्रमोद साहू सहित कई मौजूद रहे।
दो वर्ष से बंद थी सीसीएल की बलकुदरा खुली खदान
भुरकुंडा कोलियरी की बलकुदरा खुली खदान बीते दो वर्षों से सीटीओ नहीं मिलने के कारण बंद थी। बीते 12 अक्टूबर को सीटीओ जारी होने के बाद प्रबंधन कोयला उत्पादन की प्रक्रिया में लग गई। शुक्रवार को माइंस से कोयला उत्पादन की शुरुआत कर दी गई।
दो बैच में होगा कोयले का उत्पादन
बलकुदरा खदान से दो बैच में कोयले का उत्पादन किया जाएगा। बताया जाता है कि दो बैच में 13 लाख टन कोयले का उत्पादन होना है। पहले बैच में साढ़े छह लाख टन कोयला और डेढ़ लाख टन ओबी का उत्पादन किया जाएगा।
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