रांची: कांग्रेस-झामुमो के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखंड से मिलकर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है।प्रतिनिधिमंडल ने अपनी शिकायत में कहा कि बीते 23 मई गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे द्वारा  जरमुण्डी विधायक सह कृषि मंत्री झारखण्ड सरकार बादल पत्रलेख और मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित  विधायक सह मंत्री हफीजुल हसन को ईडी का समन दिए जाने से संबंधित बयान दिया है। कुछ न्यूज चैनलों में भी बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन को ईडी का समन जारी किए जाने की खबरें प्रसारित की गयी हैं। परन्तु इस मामले पर ईडी के अधिकारियों ने न तो अधिकारिक रूप से पुष्टि की है और न ही इसका खण्डन । जबकि  ईडी का कोई समन बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन को नहीं दिया गया है।

 कहा गया है कि मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अन्तर्गत जरमुण्डी और मधुपुर विधानसभा क्षेत्र के चुने हुए विधायक और मंत्री है। गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र अन्तर्गत आम जनता के बीच इनकी काफी लोकप्रियता है। इसलिए भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे द्वारा एक सोची-समझी साजिश के तहत चुनाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की नीयत से मतदाताओं के बीच बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन को भ्रष्टाचार से जोड़ा गया है।  गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की जनता के बीच इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और झामुमो के प्रति नकारात्मक छवि बनाने के लिए साजिश रची गयी।

प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया है कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे पर चुनाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने तथा आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में काननू कार्रवाई की जाय।

प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के संगठन महासचिव अमुल्य नीरज खलखो, प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता कमल ठाकुर शामिल थे।

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