बड़कागांव: विस्थापित, प्रभावित एवं स्थानीय संवेदक संघ की बैठक न्यू बरटोला में बुधवार को हुई। जिसकी अध्यक्षता सोनाराम मांझी एवं संचालन सूरज बेसरा ने किया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उरीमारी, बिरसा एवं न्यू बिरसा में स्थानीय संवेदक ही ठेका कार्य में काम करेंगे। वहीं विस्थापित महिला संवेदक भी उरीमारी, बिरसा एवं न्यू बिरसा में ठीकेदारी कार्य में काम करेंगे।
मौके पर सोना राम मांझी ने कहा कि विस्थापित एवं स्थानीय लोगों का सहयोग सीसीएल प्रबंधन को हमेशा मिलता रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। लेकिन सीसीएल प्रबंधन अगर विस्थापितों और स्थानीय लोगों को नजरअंदाज कर कार्य करती है तो यह सीसीएल प्रबंधन के लिए अच्छा नहीं होगा। सूरज बेसरा ने कहा कि बाहरी लोगों द्वारा कार्य की गुणवत्ता को ध्यान में नहीं रखा जाता है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ता है। वहीं स्थानीय लोगों को काम नहीं मिलने से उन्हें क्षेंत्र से पलायन करना पड़ रहा है। स्थानीय एवं विस्थापितों को क्षेंत्र से पलायन की स्थिति ना बने इसके लिए सीसीएल प्रबंधन हम लोगों का सहयोग करें ताकि शांतिपूर्ण ढंग से परियोजना का कार्य होता रहें और स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलता रहें।
बैठक में ये रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य रूप से जागेश्वर गोप, गोवर्धन साव, महावीर साव, जय कुमार महतो, लालधारी साव, चूरामन ठाकुर, भोला साव, सुरेश मांझी, कुलदीप साव, बिनोद हेंब्रम, राजपति कुमार, सोलन हंसदा, मुकेंदर सोरेन, बभनी देवी, तलमी देवी, क्रांति किस्कू, लीलमुनी देवी, ममता देवी, डोरकों देवी, तालोमुनी देवी, सरिता देवी, कर्मी देवी, संगीता देवी, रूबी देवी, अनिता देवी, फूलमती देवी, सोनमती देवी, सीमा देवी, अंजली हेंब्रम, अनिता देवी, सोनमति देवी, सबिता देवी, सरस्वती देवी, बुधनी देवी, आनंद बेसरा, पंकज हेंब्रम, विजय सोरेन, सुखराम बेसरा, अजय मरांडी, पप्पुलाल मांझी सहित कई लोग मौजूद थे।