बड़कागांव: विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा की बैठक न्यू बिरसा पोटंगा स्थित विस्थापित कार्यालय में मंगलवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष सूरज बेसरा एवं संचालन जूरा सोरेन ने किया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बिरसा परियोजना पदाधिकारी का विस्थापित समिति के प्रति उदासीनता के कारण आगामी 22 अक्टूबर 2022 को न्यू बिरसा परियोजना के कोयला ट्रांसपोर्टिंग कार्य को ठप किया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष सूरज बेसरा ने कहा कि प्रबंधन से प्रतिमाह रोड सेल में पचास हजार टन कोयला एवं पावर हाउस को जाने वाले कोयला का 50 प्रतिशत कोयला रोड सेल से उठाने का मांग किया गया था। जिस पर प्रबंधन ने विस्थापितों की मांग को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है प्रबंधन सिर्फ विस्थापितों को बरगलाने और ठगने का काम कर रही है। विस्थापितों ने कंपनी के हित मे अपना जमीन दिया लेकिन फिर भी विस्थापित बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं।
विस्थापित समिति के संरक्षक सोनाराम मांझी ने कहा कि बिरसा परियोजना पदाधिकारी को 15 दिन पूर्व दो सूत्री मांग पत्र सौंपा गया था। जिस पर सीसीएल प्रबंधन ने अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं किया। विस्थापित समिति अपने हक एवं अधिकार को लेने के लिए बाध्य होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी। जिसकी जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी। सीसीएल प्रबंधन विस्थापितों को नजरअंदाज कर क्षेत्र में कार्य नहीं कर सकती।
बैठक में समिति के संरक्षक सोनाराम मांझी, संतोष कुमार सिंह, गणेश गंझू, बिनोद हेंब्रम, सन्नी सोरेन, दिनेश टुडू, संजय सोरेन, सुखराम बेसरा, पंकज हेंब्रम,अजय करमाली, अजय बेसरा, अजय मरांडी, प्रेम सोरेन, बंशी मुर्मू, आनंद बेसरा, महेश बेसरा, पप्पूलाल मांझी, विजय सोरेन, सुनील सोरेन, लेचा मांझी, पवन सोरेन, तिलेश्वर हेंब्रम, टूरा मांझी, झरी करमाली सहित कई लोग मौजूद थे।