मांगों पर पहल नहीं करने पर खतियान रैयत परिवार ने दी आंदोलन की चेतावनी
बड़कागांव : खतियान रैयत परिवार उरीमारी ने बिरसा परियोजना पदाधिकारी को 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि खतियान रैयत परिवार उरीमारी प्रबंधन एवं परियोजना हित में प्रबंधन के साथ हमेशा तत्परता के साथ खड़ी रही है। परंतु प्रबंधक हम खतियानी रैयत परिवार के साथ हमेशा उदासीन रवैया बरतती रही है।
मांग पत्र में कहा गया है कि खतियान के आधार पर विस्थापित प्रमाणपत्र निर्गत किया जाए, रेलवे साइडिंग खुलने से पहले वार्ता कर रोजगार सुनिश्चित किया जाए, बिरसा एवं उरीमारी परियोजना में अधिकृत भूमि के बदले नौकरी मुआवजा जल्द से जल्द दिया जाए, विस्थापित परिवारों का जीविकोपार्जन का मुख्य साधन रोड सेल में प्रतिदिन कम से कम 100 गाड़ी दिया जाए, एलएनटी कंपनी में विस्थापितों को रोजगार मुहैया कराया जाए, एलएनटी कंपनी में उचित दर से मजदूरों को मजदूरी भुगतान किया जाए, विस्थापितों को उचित चिकित्सा मुहैया कराया जाए एवं एंबुलेंस की व्यवस्था किया जाए, विस्थापित परिवार के बच्चों को स्कूल बस की व्यवस्था किया जाए, बिरसा परियोजना में नई मशीनों की व्यवस्था किया जाए एवं उचित रखरखाव किया जाए, विस्थापित गांव में रोड लाइट एवं स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाए।
मांग पत्र के अंत में कहा गया है कि संगठन कि मांगों पर अविलंब की जाए अन्यथा संगठन बाद होकर आंदोलन करेंगी जिसकी संपूर्ण जवाबदेही प्रबंधन की होगी।
मांग पत्र सौंपने वालों में संरक्षक दसई मांझी, अध्यक्ष शनिचर मांझी, सचिव कार्तिक मांझी, उपाध्यक्ष दिनेश करमाली, सुखू मांझी, खेपन मांझी, सुरेश मुर्मू, तुलसी उरांव, जुगल करमाली, तालो हंसदा, फूलचंद बेदिया, धनलाल बेदिया, शिकारी टूडू, जितेंद्र यादव, मनोज सिंह, सुबितराम किस्कू, विनोद सोरेन, किशोर कुमार बेदिया, बिरसा हेम्ब्रोम, सुखदेव किस्कू, सुरेंद्र करमाली, बबलू मांझी, मुकद्दर सोरेन, बरियत किस्कू, राजा हेम्ब्रोम, सत्यनारायण बेदिया, सुरेश प्रजापति, देवन बेदिया, राजेंद्र बेदिया, राजू पावरिया, मनोज टुडू, ठुडू मांझी, राजा किस्कू, दीपक मरांडी, राजेश कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।