हिंदी के विकास के लिए तकनीकी क्षेत्र में हिंदी की उपयोगिता सुनिश्चित हो : आयुक्त, चन्द्र किशोर उरांव

हजारीबाग : प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में वार्षिक समारोह हिन्दी दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरूवात प्रमंडलीय आयुक्त चन्द्र किशोर उरांव, पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर शिवदयाल सिंह, आयुक्त के सचिव रवि राज शर्मा, उप निदेशक राज्य भाषा रासबिहारी, उपनिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग  संजीव कुजूर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए आयुक्त ने कहा कि पूरे देश को एक सूत्र में बांधने के लिए हिन्दी की निर्णायक भूमिका रही है। उन्होंने बताया की आज भी हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में हिंदी का ही विशेष प्रयोग करते हैं, इससे पता चलता है कि हिंदी हमारी आत्मा में बसती है। दक्षिण भारत के अधिकांश क्षेत्र में हिंदी समझने वाले लोग मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी संपर्क भाषा है जिसका विकास और विस्तार जरूरी है आने वाले समय में इसका भविष्य उज्जवल है।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सिविल सेवा परीक्षा में हिंदी भाषा को जगह दी गई है उसी प्रकार हिन्दी के सर्वत्र विकास के लिए हर क्षेत्र जैसे तकनीकी, स्वास्थ्य आदि क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से हिंदी को जगह देने की आवश्यकता है। साथ ही न्यायालय और उनके द्वारा जारी आदेशों में भी हिन्दी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए जिससे इसका विस्तार सम्भव हो सके।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित प्रोफेसर शिवदयाल सिंह ने अपने अनुभव साझा कर कहा कि हिन्दी हमारी सांस्कृतिक चेतना की भाषा जो जनमानस के रगों में वास करती है। समारोह में हिन्दी के आये विद्वानों ने अपने-अपने वक्तव्यों, कविताओं, एवं विभिन्न रचनाओं के जरिए अपने हिन्दी के प्रति प्रेम भावनाओं को व्यक्त किया। साथ ही सबने अपने जीवन में हिन्दी की उपयोगिता को बढ़ाने की बात कही।

उक्त समारोह में हिन्दी के विद्वान प्रोफेसर विजय कांतधर दुबे, प्रोफेसर रमेश जैन, शिक्षिका प्रमिला गुप्ता, महिला काव्य मंच की सदस्य डॉ अनिता मिश्रा सिद्दीकी, पदाधिकारी, कर्मचारी एवं सामान्यजन शामिल हुए।

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