बड़कागांव : कर्णपुरा महाविद्यालय, बड़कागांव में हिंदी विभाग के तत्वाधान में हिंदी दिवस बुधवार को मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर कीर्ति नाथ महतो थे। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर कीर्ति नाथ महतो कहा कि 14 सितंबर 1949 को भारत गणराज्य की आधिकारिक राजभाषा के रूप में हिंदी को अपनाया गया था। विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर ज्योति जलधर ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को देश के संविधान द्वारा आधिकारिक रूप में हिंदी भाषा का उपयोग करने का विचार स्वीकृत किया गया था। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अन्नु कुमारी ने की। इन्होंने भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा रचित पंक्तियों “निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल” से कार्यक्रम की शुरुआत की। 14 सितंबर 1949 के दिन हमारी मातृभाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। प्रोफेसर ललिता कुमारी ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसे हमें भूलना नहीं है और अंग्रेजी के स्थान पर हिंदी भाषा का उपयोग करना है। कार्यक्रम में शिक्षक प्रतिनिधि प्रोफेसर निरंजन प्रसाद नीरज, प्रोफेसर फजरुद्दीन, प्रोफेसर निरन नरेश कुमार दांगी, प्रोफेसर सुरेश महतो, प्रोफेसर रंजीत प्रसाद ने भी अपने विचारों को रखा। मौके पर मुख्य रूप से अरविंद कुमार, सोनी कुमारी, दुर्गेश कुमार, रंजीत कुमार, मोहन कुमार, राजू कुमार, संगीता कुमारी, पूजा कुमारी, नीलम कुमारी, कविता कुमारी सहित कई छात्र-छात्राएं शामिल थे।

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