हजारीबाग : जीएम महाविद्यालय, इचाक में राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर सेमिनार सह भाषण प्रतियोगिता का आयोजन बुधवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सचिव विनय कुमार ने किया। मौके पर सचिव शंभू कुमार ने कहा कि हिंदी दिवस हमे यह एहसास दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि हिंदी भाषा पूरी दुनिया में सबसे पुरानी सबसे प्राचीन एवं प्रभावशाली भाषाओं में से एक है और ऐसे में हमे अपनी मातृभाषा यानि हिंदी भाषा बोलने में गर्व महसूस करना चाहिए। महाविद्यालय प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि हिंदी की सरलता और सुंदरता के कारण अनेक प्रसिद्ध विद्वानो ने हिंदी को स्वीकार किया है। हिंदी ने हमारे देश को एक मजबूत संघ के रूप में जोड़ने में मदद की है। वर्तमान परिवेश में अंग्रेजी के बढ़ते प्रचलन से छात्र छात्राएं भी हिंदी से विमुख होते जा रहे है। इसको ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार हिंदी भाषा के प्रसार के लिए हिंदी भाषा में कामकाज ही हेतु कृत संकल्पित है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों से कहा गया कि हमारा यह संवैधानिक दायित्व और कर्तव्य है कि हम अपने अधिक से अधिक कार्य हिंदी में करते हुए अपना योगदान दे। हिंदी दिवस 2022 के अवसर पर हम संकल्प ले कि हिंदी में अपना सभी कामकाज करते हुए हिंदी का मान सम्मान में वृद्धि को अपना लक्ष्य बनाए। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न नारे लगाए गए जैसे-
“हिंदी दिवस पर हमने ठाना है, लोगो में हिंदी का स्वाभिमान जगाना है,”
“एकता की जान है हिंदी
देश की शान है हिंदी”
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक रत्नेश कुमार राणा, दीपक प्रसाद, रियाज़ अहमद, अजय उरांव, आशीष पांडे, अजीत हंसदा, संगम कुमारी, गायत्री शर्मा, विनोद कुमार मेहता, राज कुमार सिन्हा, कृष्ण कुमार मेहता, संजय प्रजापति, सुनीता टोप्पो, ललिता देवी का सराहनीय योगदान रहा।

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