रांची : झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजीव कुमार को कोलकाता में गिरफ्तार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। अधिवक्ता के पास से पुलिस को बड़ी रकम मिलने की चर्चा हो रही है। कोलकाता पुलिस के अनुसार कोलकाता के एक व्यवसायी पर झारखंड हाईकोर्ट मेें दायर पीआईएल को मैनेज करने के एवज में अधिवक्ता ने रुपये की मांग की थी। बात एक करोड़ में तय हुई थी।  जिसमें 50 लाख रुपये के साथ अधिवक्ता को गिरफ्तार किया गया है। 

इधर, उनके परिजनों के अनुसार वे निजी काम से कोलकाता गये थे। पश्चिम बंगाल में झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों का भारी नकदी के साथ गिरफ्तारी के बाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता की गिरफ्तारी से सूबे में हड़कंप मच गया है।

इधर झारखंड पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सफाई दी गयी है कि झारखंड पुलिस द्वारा बंगाल पुलिस को राजीव कुमार से संबंधित कोई सूचना नहीं दी गई है। झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज किसी मामले में उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई हैं। वहीं सूचना मिली है कि झारखंंड हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने राजीव कुमा की गिरफ्तारी के विरोध में न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर दिया है।

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