कानून को संशोधित करने की बजाय रद्द करने की उठी मांग

रांची: केद्र सरकार की न्यू हिट एंड रन कानून के विरोध में ऑल इंडिया सेन्ट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन (ऐक्टू ) से सम्बद्ध मोटर कामगार यूनियन की रांची नगर कमेटी ने बुधवार को बिरसा बस टर्मिनल खादगढ़ा में प्रदर्शन किया। प्रर्दशन के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री को स्मार पत्र भेज कर न्यू हिट एंड रन कानून वापस लेने की मांग की गई। इस दौरान मोटर कामगार यूनियन से जुडे ड्राइवर एवं उप चालकों ने बड़ी संख्या में बस स्टैंड में जमा होकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही देश भर में जारी ट्रांसपोर्ट और बस चालकों के आन्दोलन का समर्थन किया।

अवसर पर ऐक्टू के प्रदेश सचिव भूवनेश्वर केवट ने कहा कि केंद्र सरकार की न्याय संहिता और इससे जुड़ा न्यू मोटर व्हीकल एक्ट न्याय से ज्यादा अन्याय पर आधारित है। मामुली तनख्वाह पाने वाले ड्राइवरों पर दस साल की सजा और दस लाख तक जुर्माने की राशी तय करना कहीं से भी नीतिसंगत नहीं है। बीमा कंपनियों को जिम्मेदारी से मुक्त कर देनदारी का बोझ चालको के माथे पर थोपा जा रहा है। जिससे गरीब चालकों की जिंदगी और भी बदतर हो जाएगी। इस कानून से सीधे तौर पर बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश है और जब तक यह कानून वापस नहीं होगा देशव्यापी आन्दोलन और तेज होगा।

वहीं मोटर कामगार यूनियन के रांची नगर अध्यक्ष रवि मिंज ने कहा कि तीन दिनों की हड़ताल तो एक झांकी है। ऐक्टू केंद्र सरकार से मांग करती हैं कि मोटर व्हीकल एक्ट की पारित हिट एंड रन कानून को अविलंब वापस लेकर चालकों के साथ न्याय करें ।

प्रर्दशन में एक्टू राज्य सचिव भुनेश्वर केवट, किशोर खंडित, भीम साहू, एनामुल हक भीम साहू, सिकंदर राम, रवि मिंज, सुबोल होरो , पप्पू सिंह, असीम कुजूर, अजीत लकड़ा, जब्बार अंसारी, कमलेश ठाकुर,, गंगाधर महतो सहित अन्य शामिल थे।

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