महिषासुर वध, राम दरबार और धुंवन नृत्य ने मोहा मन
रामगढ़ : श्री अग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में शनिवार को डांडिया और गरबा के बीच नवरात्र महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन की शुरुआत स्कूल के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने मां दुर्गा के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रम्ह्चारणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यानी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धरात्रि का रूप धरे बच्चों की आरती उतारकर की। आचार्य लीलेश्वर पांडेय ने मंत्रोच्चार किया। छोटे बच्चे मां दुर्गा, शंकर, गणेश, कार्तिकेय, राम, लक्ष्मण, सरस्वती, हनुमान समेत अन्य देवी-देवताओं का रूप धर महोत्सव में पहुंचे थे।
बच्चों ने अपनी प्रस्तुति में मां दुर्गा की उत्पत्ति एवं उनके नौ रूपों समेत महिषासुर वध का मंचन किया। महोत्सव में आकर्षक राम दरबार भी सजाया गया था। महोत्सव में धुंवन नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। इसमें बंगाल से आये ढोल वादक भी शामिल हुए।
इस अवसर पर निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि पर्व-त्योहार समाज को मजबूत बनाने का काम करते हैं। दुर्गा पूजा असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। लाख कठिनाइयों के बावजूद हम सभी को अपने जीवन में हमेशा सत्य का मार्ग चुनना चाहिए, क्योंकि बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों न हो सत्य के आगे उसकी हार निश्चित है।
महोत्सव में बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने विभिन्न गरबा और डांडिया गीतों पर घंटों तक नृत्य किया।