पाकुड़: समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार वर्णवाल की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। जिसमें  सड़क दुर्घटनाओं और उनके कारणों की विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिला में प्रायः देखा जा रहा है कि हेलमेट एवं सीट बेल्ट का उपयोग वाहन चालक नहीं कर रहे हैं। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में आए दिन इजाफा हो रहा है और मृत्यु दर भी बढ़ रही है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के द्वारा बाईक एवं अन्य वाहन के विरुद्ध पुलिस और यातायात विभाग जांच अभियान तेजी से चलाएं और सभी विद्यालय स्तर पर वाहन जांच कर ऐसे विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावक के ऊपर सख्त कार्रवाई करें।

कहा कि शिक्षा विभाग, पुलिस एवं परिवहन विभाग दोनों आपस में समन्वय स्थापित कर सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के बीच जागरूकता अभियान चलाएंगे और 18 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों को मोटर वाहन अधिनियम से संबंधित सभी जानकारी देकर जागरूक करेंगे और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में हेलमेट को लेकर सख़्ती के साथ अनुपालन कराया जाए।

एक सप्ताह में सभी थाना स्तर पर परिवहन विभाग तीन टीम बनाकर समय बदल बदल का अलग-अलग थाना में हेलमेट एवं चालक अनुज्ञप्ति (ड्राइविंग लाइसेंस) का जांच करेंगे। साथ ही सभी थाना स्तर पर कम से कम 100-100 ( प्रतिदिन/प्रति सप्ताह ) मोटरसाइकिल जो हेलमेट एवं बिना ड्राइविंग लाइसेंस का परिचालन करते हैं। उसका जांच करेंगे एवं उल्लंघन करने वालों से दंड की राशि वसूल करेंगे। इसको लेकर सभी थाना एवं जिला परिवहन कार्यालय को निर्देश दिया गया।

साथ ही जिला के सभी कार्यालय में कार्यालय में कार्य करने वाले सभी कर्मियों को हेलमेट पहनकर ही घर से कार्यालय आने का निर्देश दिया गया। ऐसा करने से आमलोगों में भी हेलमेट पहनने को लेकर जागरुकता आएगी । इसका उल्लंघन करने वालों के ऊपर कार्रवाई करते हुए करते हुए उनके के ऊपर मोटर वाहन अधिनियम अंतर्गत दंड की राशि वसूली की जाएगी। बैठक के दौरान सभी प्रखण्डों में लगातार जांच अभियान चलाकर बढ़ती सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया गया।

वहीं जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक के द्वारा सड़क दुर्घटना की समीक्षा कर बताया गया कि जनवरी 2023 से दिसम्बर 2023 तक 71 सड़क दुर्घटना हुआ जिसमें 65 लोगों की मृत्यु हुई। वर्ष 2024 में जनवरी 2024 से अप्रैल 2024 कुल 31 सड़क दुर्घटनाएं हुई है। जिसमें कुल 29 लोगों की मृत्यु हुई है। जिसमें सबसे ज्यादा दो पहिया वाहन चालकों की मृत्यु हुई है। उपायुक्त ने इस मृत्यु दर पर बहुत ही खेद व्यक्त करते हुए इसमें कमी लाने हेतु जिला के सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया।

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