भुरकुंडा पंचायत के लोगों की छवि धूमिल करने का प्रयास, डीसी से निष्पक्ष जांच कराने की करेंगे अपील : मुखिया
रामगढ़: पतरातू प्रखंड का स्वास्थ्य विभाग अपने क्रिया-कलापों को लेकर हमेशा से सुर्खियां बटोरता रहा है। ताज़ा मामला पतरातू प्रखंड के भुरकुंडा पंचायत का है। जहां टीबी सर्वे को लेकर बखेड़ा खड़ा हो गया है, जो तूल पकड़ता दिख रहा है।
भुरकुंडा पंचायत में ग्रामीणों द्वारा टीबी सर्वे रोके जाने से संबंधित लिखित शिकायत बीटीटी केशव कुमार महतो ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतरातू को दिया है। जिसपर पर बीडीओ पतरातू मनोज कुमार गुप्ता ने बुधवार को भुरकुंडा के पंचायत प्रतिनिधियों, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी सेविकाओं को बैठक के लिए तलब किया।
बैठक में बीडीओ पंचायत प्रतिनिधियों को कर्मठता पर कुछ विशेष मार्गदर्शन दे पाते, इससे पहले प्रतिनिधि ही बिफर पड़े और टीबी सर्वे को लेकर पंचायत में किसी प्रकार के विरोध की घटना से इंकार कर दिया। शिकायत को झूठा और निराधार बताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। इसके साथ ही जांच में किसी के दोषी न पाए जाने पर झूठी शिकायत करनेवाले बीटीटी पर ठोस कार्रवाई करने की मांग भी रख दी। बैठक से बाहर निकले पंचायत प्रतिनिधियों के तेवर काफी तल्ख रहे। कहा गया कि बीटीटी की शिकायत रामगढ़ उपायुक्त से की जाएगी।
बैठक में मुखिया अजय पासवान, पंचायत सचिव सावित्री कुमारी, पंचायत समिति सदस्य दीपक कुमार भुईयां, उप मुखिया संजीत राम, वार्ड सदस्य अमित पासवान, उमेश कुमार नायक, रौशन पासवान, किरण तिवारी, कौशल्या देवी, आशा देवी, प्रीति देवी, पुष्पा देवी, सुनीता देवी, सेविका सुमित्रा देवी, अमूल्या एक्का, राधिका देवी, मिताली बोस, पुष्पा पासवान, मंजू देवी, मालती देवी, अंजलि हलधर, शोभा देवी, अंजलि देवी उपस्थित रहे
जानें! क्या है मामला
रामगढ़ जिला प्रशासन द्वारा सभी पंचायतों में टीबी बिमारी के उन्मूलन हेतु सर्वे का काम कराया जा रहा है। भुरकुंडा पंचायत में टीबी सर्वे करा रहे बीटीटी केशव कुमार महतो ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पतरातू को लिखित शिकायत दी है कि उनके द्वारा सहिया रेखा देवी और सहिया सुमन देवी से टीबी सर्वे कराया जा रहा था। ग्रामीणों ने यह कहकर सर्वे रूकवा दिया कि बाहरी सहिया द्वारा सर्वे नहीं होने दिया जाएगा। शिकायत बीडीओ के पास पहुंची और उन्होंने 13 जनवरी को पत्र जारी कर मामले पर बैठक करने हेतु 15 जनवरी को भुरकुंडा मुखिया, पंचायत सचिव और आंगनबाड़ी सेविकाओं को बुलाया।
क्या कहते हैं पंचायत प्रतिनिधि
टीबी सर्वे के मामले पर भुरकुंडा पंचायत के मुखिया अजय पासवान ने कहा कि भुरकुंडा पंचायत के ग्रामीणों पर सर्वे रोकने का झूठा आरोप लगाकर बीटीटी भुरकुंडा पंचायत के लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों की छवि धूमिल करना चाह रहा है। बीडीओ का पत्र मिलने पर हमलोगों ने पता किया। कहीं भी किसी व्यक्ति ने सर्वे का कोई विरोध नहीं किया है। यदि, किसी ने सर्वे रोका तो बीटीटी ने वरीय अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों से त्वरित संपर्क कर शिकायत क्यों नहीं की।
मुखिया ने कहा कि प्रशासन मामले की जांच करें और सहिया रेखा देवी और सुमन देवी से सर्वे रोकने वाले व्यक्ति को चिन्हित कराए। साथ ही सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराए। यदि मामला झूठा पाया जाता है तो बीटीटी पर कठोर से कठोर कार्रवाई हो।
वहीं मामले को लेकर वार्ड सदस्य और आंगनबाड़ी सेविकाओं ने कहीं भी टीबी सर्वे का विरोध होने से साफ इंकार किया है। साथ ही इसकी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। कहा गया सर्वे में शामिल सहिया सुमन देवी का कहना है कि सर्वे के दौरान उन्हें किसी ने भी नहीं रोका है। टीबी सर्वे जैसे जरूरी और कल्याणकारी कार्य भला कोई भी क्यों रोकेगा।