डीएसई को सौंपी जाएगी निरीक्षण की रिपोर्ट : खुशबू कुमारी
रामगढ़: पतरातू प्रखंड अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय सयाल की जांच करने के लिए अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी रामगढ़ खुशबू कुमारी बुधवार को विद्यालय पहुंची। जांच के क्रम में अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी खुशबू कुमारी ने विद्यालय में मध्याह्न भोजन के रखें चावल की जांच की, तत्पश्चात चावल को रखने के लिए बनाए गए स्टोर का भी जांच किया। विद्यालय में स्टोर को देख उन्होंने तत्काल दूसरे कमरे में स्टोर बनाने की बात कही जिससे की मध्याह्न भोजन का चावल खराब ना हो। उन्होंने छात्राओं के शौचालय एवं मध्यान भोजन से संबंधित कई चीजों की जांच की। वहीं विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष ने विद्यालय में पानी की समस्या पर प्रकाश डालते हुए बताया कि विद्यालय में पानी की काफी दिक्कत है। सीसीएल के द्वारा कराया गया डीप बोरिंग भी खराब पड़ा है जिसकी वजह से पानी की काफी परेशानी बनी रहती है।
अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी ने मध्यान भोजन में बन रहे चावल को देखते हुए चावल को पूरी तरह से साफ कर ही भोजन बनाने का बात कही। एक कमरे में रखे पुराने किताबों को देख उसके सही रखरखाव का सुझाव दिया ताकि किताब खराब ना हो और वह भविष्य में इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन समिति एवं माता समिति की जानकारी लेते हुए कहा कि जो अभिभावक नहीं है उन्हें विद्यालय प्रबंधन समिति नहीं होना है ऐसे सदस्य को विद्यालय प्रबंधन समिति में नहीं रखा जाए और जो सदस्य एक्टिव नहीं है उन्हें भी विद्यालय प्रबंधन समिति से हटाकर नए सदस्यों का चयन किया जाए।
अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी रामगढ़ खुशबू कुमारी ने बताया कि डीएसई के निर्देश पर राजकीय मध्य विद्यालय सयाल का जांच करने आयी थी। विद्यालय में जो जांच में पाया उसकी एक रिपोर्ट बनाकर डीएसई को सौंपा जाएगा। आगें जो भी होना है वह उनके निर्देश पर आगें किया जाएगा।
राजकीय मध्य विद्यालय सयाल की जांच के उपरांत अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी केकेसी प्लस टू हाई स्कूल सयाल का निरीक्षण करने पहुंची। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय के शौचालय एवं पानी की समस्या को देखा। उन्होंने विद्यालय में पानी सप्लाई के विभिन्न स्रोतों की जानकारी ली। किस प्रकार पानी की समस्या का समाधान किया जा सकता है। साथ ही विद्यालय की चाहरदीवारी, शिक्षकों की कमी सहित कई समस्याओं से अवगत हुई।
निरीक्षण के क्रम में अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षकों को कई सुझाव भी दी। जिसमें विद्यालय में सूचना पट्ट एवं डिस्प्ले बोर्ड लगाने की बात कही। जिससे कि बच्चों के द्वारा की जा रही गतिविधियों की तस्वीरें एवं पुरस्कारों की प्रदर्शनी को प्रदर्शित करने की बात कही।