स्कूल के बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेः उपायुक्त आदित्य रंजन
• हर छोटा सा प्रयास एक बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता हैः एसडीएम मनीष कुमार
• विभिन्न स्कूलों के 130 शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण
कोडरमा संवाददाता :- कौशल पाण्डेय
कोडरमा। उपायुक्त की पहल से प्रोजेक्ट इंपैक्ट के माध्यम से कोडरमा जिले के सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता, आधारभूत संरचना आदि में सुधार लाने के लिए लगातार स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी कड़ी में आज उपायुक्त आदित्य रंजन द्वारा समाहरणालय सभागार व अनुमंडल पदाधिकार मनीष कुमार द्वारा बिरसा सांस्कृति भवन में जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों के 130 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।
कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन ने सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल के सभी शिक्षक बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनें। उन्होंने कहा कि स्कूल में हर लोग एक-दूसरे को जाने और सकारात्मक सोच के साथ अपने स्कूल को बेहतर बनायें। अपने सहयोगियों के साथ हर बेहतर पल को शेयर करें। आप लोगों को जो भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, वह बेहतर तरीके से सीखें और अपने स्कूल के बाकी शिक्षकों के साथ शेयर करें ताकि स्कूल का संस्थागत विकास हो सकें। स्कूल की मूलभूत सुविधाएं बेहतर करना है। इसके लिए स्कूल में बच्चों के बेहतर शिक्षा का वातावरण स्थापित करें। शिक्षक आपस में बातें कर स्कूल की हर छोटी से छोटी चीजों के दूर करें।
बच्चों को शिक्षा या परीक्षा से संबंधित सामान्य ज्ञान, समाचार, शब्दकोश इत्यादि गतिविधि को प्रतिदिन करायें। उपायुक्त ने सभी शिक्षकों को टीचर टोला टैंगिग करने की बात करते हुए कहा कि अपने-अपने पोषण क्षेत्र अंतर्गत गांव/टोला का भ्रमण करें औऱ जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनके अभिभावकों से बात करे और उन बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। स्कूलों में बच्चों की बेहतर उपस्थिति दर्ज हो, इसका ख्याल रखेंगे। स्कूल में विभिन्न तरह के क्लब का गठन करें। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों का नाम बोर्ड पर डिस्प्ले करें। पढ़ाई लिखाई के संबंधित चेतना सत्र चलाने की बात कही।
अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने विभिन्न तरह का गतिविधि करा कर शिक्षकों को स्कूल के बच्चों को सर्वागिंग विकास करने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि हर छोटा सा प्रयास एक बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता है ,और अपने विद्यालय को एक संस्था के रुप में विकसित करने का प्रयास करें, जिसमें विभिन्न गतिविधियां होगी और उसमें पढ़ाई मुख्य अंग होगा। बच्चों के साथ नियमित विभिन्न तरह के गतिविधियां कराकर उनका समुचित विकास करें।
वहीं मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक, प्रशिक्षु उप समाहर्ता संतोष कुमार, सांराश जैन, गिरेंद्र टुटी, पीएसयू सदस्य राजदेव महतो व अन्य लोग उपस्थित थे।