• ग्रामीणो ने चार किलोमीटर सड़क की मरम्मती की
• आवागमन में होती थी परेशानी, शिकायतों के बावजूद पहल नहीं
रिपोर्ट :- संजय राम
बारियातू (लातेहार) : प्रखंड के सिबला पंचायत अंतर्गत बाराखार के दर्जनों ग्रामीणों ने चार किमी तक जर्जर सड़क क़ो श्रमदान से मरम्मत किया.ग्रामीण कुलदीप गँझू, बुधन गँझू, सुधन गँझू, रघुनाथ गँझू, टेपन गँझू, संतोष गँझू सहित अन्य ग्रामीणों ने बातया की बेसरा व कुशमाहा दो गाँव की टोला बाराखार है जहाँ हमलोग सौ घरों से भी अधिक गँझू आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं. यह मुहल्ला बेसरा व कुशमाहा से लगभग चार किमी दूर पर स्थित है. आज तक सरकारी योजना से सड़क निर्माण नहीं की गई है, जिसके कारण यहां के लोगों क़ो आने जाने मे काफ़ी कठिनाई होती है. हमलोग पिछले कई वर्षों से दशहरा पूजा से श्रमदान कर आने जाने लायक रोड बनाते रहे हैं. परन्तु बरसात के मौसम मे प्रत्येक वर्ष बहकर जर्जर हो जाता है. हालांकि चार वर्ष पूर्व बारखार के एक व्यक्ति क़ो सड़क हादसे मे मौत हो गई थी और सड़क नहीं रहने के कारण एम्बुलेंस नहीं पहुँच पायी. ग्रामीणों ने शव को खटिया से उठाकर गाँव तक ले जाना पड़ा था.
यहां सड़क नहीं रहने के कारण दैनिक कार्य, आवागमन मे परेशानी के साथ विद्यार्थियों क़ो शिक्षण कार्य भी पूरी तरह प्रभावित रहता है. जर्जर रास्ते की समस्या के प्रति अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी अब तक कोई सुध नहीं ली है. सड़क की समस्या क़ो लेकर पिछले कई वर्षों से मामला सुर्खियों मे चलते आ रहता है. यदि ग्रामीणों द्वारा प्रत्येक वर्ष सड़क मरम्मत नहींकिया जाय तो लोगो क़ो पैदल चलना भी मुश्किल हो जायेगा.वहीं पूर्व उपमुखिया सुबोध कुमार सिंह ने कहा की अपने कार्यकाल से लेकर अबतक सड़क नहीं होने की जानकारी प्रखंड प्रशासन क़ो अवगत कराते आ रहें हैं परन्तु समस्या ज्यों के त्यों पड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने उपायुक्त, विधायक व सांसद से सड़क निर्माण करवाने की मांग की है.